देवास की जनता ने कहा- केंद्र की नीतियों से राज्य सरकार को होगा नुकसान

देवास की जनता ने कहा- केंद्र की नीतियों से राज्य सरकार को होगा नुकसान

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। अमर उजाला आपको बता रहा है मध्यप्रदेश के जमीनी हालात और उन विषयों के बारे में जो इस बार चुनावी मुद्दे हैं। इसी के मद्देनजर अमर उजाला का चुनाव रथ पहुंचा देवास। संवाददाता वैभव कुमार ने आम जनता और सियासी दलों से बात करके यहां मूड जानने की कोशिश की।

उन्होंने जाना कि आखिर जनता क्या चाहती है? उनके चुने हुए नेता उनकी उम्मीदों पर कितने खरे उतरे हैं? साथ ही यह भी जाना की जनता इस बार के चुनाव में किसे मौका देने का मन रखती है। टी वैली प्रायोजित अमर उजाला के खास लाइव कार्यक्रम सत्ता के सेमीफाइनल में जानिए कि देवास इस बार किन मुद्दों पर वोट करने वाला है।

देवास के रहनेवाले एक शख्स ने कहा कि जनता बदलाव चाहती है। नोटबंदी और जीएसटी से लोग और व्यापारी परेशान हैं। केंद्र की नीतियों से महंगाई बढ़ी है। स्थानीय विधायक ने भले ही अच्छा काम किया हो लेकिन केंद्र सरकार की गलतियों का खामियाजा राज्य सरकार को भुगतना पड़ेगा।

देवास में कई लोगों ने कहा कि सड़कें और नाली की स्थिति ठीक नहीं है।

एक बस कंडक्टर ने कहा कि देवास का विकास बहुत ज्यादा हुआ है। 15 साल पहले के विकास से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि 80 फीसदी विकास हुआ है।

एक अन्य व्यक्ति ने कहा शिक्षा व्यवस्था बहुत पिछड़ गई है और बेरोजगारी बहुत बढ़ गई है।

वहीं मार्केटिंग मैनेजर का काम करनेवाले एक व्यक्ति ने कहा कि बिजली, सड़क सब दुरुस्त है, युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। प्रदेश में बहुत विकास हुआ है।

नाश्ता का दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि हर तरह के लोग आते हैं। सबकी राय अलग-अलग होती है। सब चाहते हैं उनका उम्मीदवार जीते। कुल मिलाकर यहां चेहरों की लड़ाई है। हालांकि क्षेत्र में बहुत सी समस्याएं हैं यह सबको दिख रहा है।

इंजीनियरिंग के छात्र ने बताया कि देवास शिक्षा व्यवस्था ठीक है। उन्होंने कहा कि निजी शिक्षा व्यवस्था बहुत आगे निकल चुकी है और सरकारी शिक्षा व्यवस्था बहुत पीछे छूट गई है। सरकार को सरकारी स्कूलों पर ध्यान देना चाहिए। निजी स्कूलों में फीस बहुत ज्यादा हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि देवास में कोई सरकारी इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेज नहीं है जिसकी वजह से छात्रों को निजी कॉलेजों में पढ़ाई के लिए बाहर जाना पड़ता है जिसमें बहुत दिक्कतें आती हैं।

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