जिले के सबौर के इंजीनियरिंग कॉलेज व जियाउद्यीनपुर चौंका घाट पर रविवार को तीन युवक डूब गए। सुबह छह बजे जियाउद्यीनपुर चौंका घाट पर नहाने के दौरान एक युवक का पैर फिसल गया, जबकि इंजीनियरिंग कॉलेज घाट पर मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेकेंड ईयर के दो छात्र सेल्फी लेने के दौरान गंगा में डूब गए। एसडीआरएफ की टीम के काफी मशक्कत के बाद भी तीनों का कोई पता नहीं चल सका है।
जानकारी के मुताबिक, शाम छह बजे इंजीनियरिंग कॉलेज के दो छात्रों का सेल्फी लेने के दौरान पैर फिसल गया। डूबने वाले एक छात्र रूपेश कुमार मोतिहारी का बताया जा रहा है, जबकि दूसरा हिमांशु स्थानीय ही है। दोनों को एसडीआरएफ की टीम ने काफी ढूंढा पर पता नहीं चल सका। देर शाम ऑक्सीजन का सिलेंडर खत्म हो जाने के चलते एसडीआरएम की टीम ने तलाशी बंद कर दी।
दोनों छात्र कॉलेज के हॉस्टल में ही रहते थे। इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. निर्मल कुमार ने बताया कि मोटरबोट में ऑक्सीजन का सिलेंडर खत्म हो गया है। सिलेंडर लाने के लिए लोगों को पटना भेजा गया है। सुबह फिर से छात्रों की तलाश की जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रों के घर-पता बारे में विस्तृत जानकारी सोमवार को कॉलेज खुलने के बाद ही मिल सकेगी।
नहाने के दौरान पैर फिसला
उधर, गोराडीह पंचायत के खरवा गांव के रहने वाले संजीत कुमार (32) व उसकी मां चैती दुर्गा के पहले दिन सुबह गंगा में स्नान कर रहे थे। अचानक संजीत का पैर फिसल गया। उसकी मां ने साड़ी फेंककर बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक वह लापता हो चुका था। संजीत के पिता बाबूलाल सिंह ने बताया कि पांच भाई बहनों में वह सबसे छोटा था। गांव के पोखर के पास विशाल मेला लगता है। नवरात्री के पहले दिन गंगा नहाने की परंपरा रही है। इसके लिये सिर्फ वे लोग ही नहीं गांव के बहुत सारे लोग अलग अलग घाटों पर स्नान के लिये सुबह पांच बजे ही गांव से निकले थे। शाम तक युवक का कुछ पता नहीं चल सका था।