आज लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 143 जयंती है। इस अवसर पर देशभर में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आगाज हो चुका है। जिसमें पूरा देश दौड़ लगा रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का भी अनावरण किया है।
देश के पहले गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल के सम्मान में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाई गई है। आज उनकी जयंती के अवसर पर पीएम मोदी इस मूर्ति का अनावरण किया।
मूर्ति का अनावरण होने का बाद वहां वायु सेना के तीन विमानों ने उड़ान भरी। विमानों ने तीन रंगों से आसमान में तिरंगा उकेरा। इसके बाद पीएम मोदी वॉल ऑफ यूनिटी का भी अनावरण करेंगे। इस अवसर पर 29 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
तमिलनाडु में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने झंडा दिखाकर रन फॉर यूनिटी का आगाज किया।
देश की राजधानी में दौड़ का आगाज गृह मंत्री राजनाथ सिंह और खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने झंडा दिखाकर किया। वहीं जिमनास्ट दीपा कर्माकर सहित कई अन्य खिलाड़ी भी मौजूद रहे।
असम में केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और मुख्यमंत्री सर्बानन्द सोणोवाल ने झंडा दिखाकर दौड़ का आगाज दिया।
खास बात ये है कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के अनावरण के लिए देशभर की 30 छोटी-बड़ी नदियों का जल लाया गया था, जिसमें गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु, कावेरी, नर्मदा, ताप्ती, गोदावरी और ब्रह्मपुत्र आदि शामिल हैं। पीएम मोदी ने इन्हीं 30 नदियों के जल से प्रतिमा के पास स्थित शिवलिंग का अभिषेक किया। इस दौरान 30 ब्राह्मणों ने मंत्रों का जाप भी किया।
पीएम मोदी ने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के अनावरण से पहले 17 किलोमीटर लंबी फूलों की घाटी का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने प्रतिमा के पास पर्यटकों के लिए तंबुओं के शहर और पटेल के जीवन पर आधारित संग्रहालय का भी लोकार्पण किया। प्रतिमा के भीतर 135 मीटर की ऊंचाई पर गैलरी बनाई गयी है, जिससे पर्यटक बांध और पास की पर्वत शृंखला का दीदार कर सकेंगे।