अमृतसर हादसे के चार दिन बाद रेल प्रशासन को सुरक्षित ट्रेन चलाने के मैन्युअल याद आए हैं। रेलवे ने जारी आवश्यक संरक्षा निर्देश में स्पष्ट किया है कि ड्राइवर पटरी के आसपास भीड़ नजर आने पर ट्रेन की रफ्तार कम रखें। रेल संरक्षा कर्मियों जैसे गार्ड, गेटमैन, कीमैन, स्टेशन मास्टर सहित आरपीएफ को पटरियों पर जमा भीड़ अथवा पटरी के आसपास होने वाले आयोजन की अविलंब सूचना देने की कड़ी हिदायत दी गई है। रेलवे ने 23 अक्तूबर को जारी अपने संरक्षा निर्देश में अमृतसर ट्रेन हादसे में मृतकों का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों इसके लिए सुरक्षित ट्रेन चलने के संरक्षा कर्मियों को संरक्षा निर्देशों को सख्ती से पालन करना होगा।
इसमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड को निर्देश दिया गया है कि रेलवे पटरी के आसपास लोगों की भीड़ नजर आए, त्यौहार को लेकर आयोजन हो रहा हो, कोई मेला लगा हो अथवा जनता की गतिविधियां चल रही हो तो ड्राइवर तुरंत अपनी स्पीड कंट्रोल करे। इस संबंध में तुरंत नजदीकी स्टेशन को सूचना अवश्य दे, अगले स्टॉपेज पर स्टेशन मास्टर को लिखित में सूचित करे।
इसके अलावा त्यौहारों के इस मौसम में रेलवे क्रॉसिंग पर लगातार हार्न अवश्य बजाए। निर्देश में रेलवे क्रॉसिंग पर तैनात गेटमैन व पटरियों की पेट्र्रोंलग करने वाले कीमैन से कहा गया है कि उपरोक्त स्थिति होने पर नजदीक के स्टेशन मास्टर को अविलंब सूचना देनी है। स्टेशन मास्टर संरक्षा कर्मियों से प्राप्त सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस, जीआरपी-आरपीएफ को इसकी सूचना देगा।
सुरक्षित ट्रेन चलाने के नियम बहुत पुराने
रेलवे विशेषज्ञों का कहना है कि सुरक्षित ट्रेन परिचालन के लिए अंग्रेजो ने ट्रेन ऑपरेशन मैन्युअल, ट्रेन एक्सीडेंट मैन्युअल, जनरल रुल्स को 1890 से लागू कर दिया था, जो आज भी लागू हैं। नियम में लोको पयलट-गार्ड की ड्यूटी स्पष्ट है कि ट्रेन के भीतर यात्रियों के अलावा पटरी अथवा पटरी पर किसी प्रकार के व्यवधान (जानवर, पेड़, पत्थर, मानव) आदि के नजर आने पर स्पीड कंट्रोल करे। प्रत्येक रेलवे क्रॉसिंग पर ड्राइवर को लगातार हार्न बजाना है। जनरल रुल्स 2.6, 6.1 व 6.2 में स्पष्ट है कि गेटमैन, कीमैन आदि संरक्षा कर्मियों को पटरी पर किसी प्रकार की भीड़ अथवा बाधा से ट्रेन को खतरा होने का अंदेशा होने पर इसकी सूचना त्वरित स्टेशन मास्टर को देनी है।
जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई होगी: अमरिंदर
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने का फैसला करेंगे। मुख्यमंत्री सोमवार से इजरायल की पांच दिन की यात्रा पर यहां आए हुए हैं। मुख्यमंत्री इस दुखद मामले की जांच के आदेश दे चुके हैं और जांच चल रही है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे की जिम्मेदारी तय की जाएगी। वह अब इस रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इस भयावह त्रासदी को देखते हुए अपना इजरायल दौरा संक्षिप्त करेंगे, तो उन्होंने बताया कि यहां आने की योजना बहुत पहले ही बन गई थी, मैं ट्रेन दुर्घटना को देखते हुए निश्चित ही इसे कम करने पर विचार करूंगा।