यूपी विधान परिषद के सभापति के बेटे की हत्या

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि देर रात हुई पूछताछ में मीरा यादव ने बेटे अभिजीत की हत्या करने की बात कबूली है। मीरा के मुताबिक अभिजीत नशे का लती था। मीरा ने बताया कि शनिवार को अभिजीत ने उससे शराब के लिए रुपये मांगे थे। रुपये न देने पर उसका बेटे से विवाद हुआ था। इस दौरान अभिजीत ने गाली-गलौज करते हुए उसे अपशब्द भी कहे थे। इस दौरान हुई हाथापाई में उसने अभिजीत की हत्या कर दी। हत्या के कबूलनामे के बाद अब पुलिस अधिकारी मीरा यादव के इस बयान की तस्दीक कर रहे हैं।

हत्या का केस दर्ज-
सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि पोस्टमार्टम से पहले मृतक के भाई अभिषेक यादव से लिखित तहरीरी सूचना ली थी। रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद इसी तहरीरी सूचना पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

मीरा यादव ने पहले दिया ये बयान-
पुलिस ने परिवारीजनों से बातचीत की तो उनका कहना था कि अभिजीत को रात में सीने में दर्द उठा था। मीरा यादव ने बताया कि अभिजीत के कहने पर उन्होंने उसके सीने और पीठ पर बॉम लगाकर मालिश की थी। दर्द से राहत मिलने पर वह बिस्तर पर लेट गया था जिसके बाद वह भी सोने चली गई। रविवार सुबह जब उन्होंने देखा तो अभिजीत के शरीर में कोई हलचल नहीं थी। डॉक्टर के यहां ले जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई। मीरा यादव के मुताबिक घटना के वक्त बड़ा बेटा अभिषेक घर पर नहीं था। सुबह उन्होंने उसे फोन करके बुलाया। अभिषेक ने पुलिस से कहा कि उसके भाई की मौत स्वाभविक हुई है। इसलिए वह लोग किसी तरह की पुलिस कार्रवाई नहीं चाहते हैं।

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