अभी और बढ़ेगी रामपाल की मुसीबतें,

अभी और बढ़ेगी रामपाल की मुसीबतें,

सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल और अन्य आरोपियों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। रामपाल और उसके करीबियों के खिलाफ देशद्रोह समेत कई मामले अभी अदालत में लंबित हैं, जिन पर फैसला आना है।

रामपाल के खिलाफ देशद्रोह, सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने, हत्या के दो मामले समेत छह केस दर्ज किए गए थे। सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने के आरोप में रामपाल बरी हो चुका है। देशद्रोह के मामले में कुल 937 आरोपी हैं, जिस पर सुनवाई चल रही है। देशद्रोह का केस नंबर 428 है, जिसकी सुनवाई सीजेएम की कोर्ट में चल रही है। इस मामले की अगली सुनवाई 19 अक्टूबर को होनी है। इसके अलावा रामपाल पर क्षमता से ज्यादा गैस सिलेंडर भंडारण का केस लंबित है,जो हिसार कोर्ट में चल रहा है। दूसरी ओर रोहतक में करौंथा आश्रम मामले में एक केस रोहतक कोर्ट में चल रहा है।

छह को दोनों मामले में सजा
बुधवार को जिन लोगों को सजा सुनाई गई उनमें छह ऐसे हैं जिनको पहले मामले में भी सजा सुनाई गई थी। दोनों मामले में रामपाल समेत कुल 23 लोगों को उम्रकैद की सजा हुई है।

क्या है पूरा मामला
केस नंबर 430 ललितपुर, यूपी निवासी सुरेश की शिकायत पर दर्ज हुआ था। आरोप है कि वह 8 नवंबर, 2014 को सतलोक आश्रम में 25 वर्षीय पत्नी रजनी और दादी कांसी बाई के साथ आया था। 11 नवंबर को घर जाने लगे तो रामपाल के कहने पर राजकपूर, राजेंद्र, महेंद्र सहित लाठियों से लैस समर्थकों व कमांडो ने बंधक बना लिया। 18 नवंबर को प्रशासन पर पथराव कर दिया गया। इस दौरान बंधक बनाकर रखी पत्नी व दादी की तबीयत बिगड़ गई थी। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद कमांडो ने पत्नी व दादी को बाहर निकाल दिया था, जिन्हें पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया था। वहां सुरेश की पत्नी ने दम तोड़ दिया था।

एफआईआर नंबर 430 में सजा
इस मामले में रामपाल, उसके बेटे और भानजे के अलावा हिसार की लक्ष्मी विहार कॉलोनी निवासी बबीता, भिवानी के इमलौटा निवासी प्रीतम उर्फ राज कपूर, सोनीपत के भड़गांव निवासी राजेंद्र, झज्जर के बिरहाना निवासी कृष्ण कुमार, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रिब्बा निवासी बलवान, तकसाल निवासी पवन, सोलन के डिरग गांव निवासी राजीव शर्मा, राजस्थान के सुमेरपुर उपमंडल के गांव पूमावास निवासी राजेश उर्फ रमेश,ओगना के नरसिंहपुरा निवासी नटवरलाल उर्फ लक्ष्मण, सवाई माधोपुर के सूर्य नगर कालोनी निवासी राजेश और कुरुक्षेत्र के बोराना निवासी रामचंद्र शामि हैं।

कैसे जेल पहुंचा रामपाल

  • नवंबर 2014 में हाईकोर्ट ने करौंथा में युवक की मौत मामले में रामपाल को पेश होने के आदेश दिए थे।
  • 5 नवंबर, 2014 को हाईकोर्ट ने रामपाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए।
  • 10 नवंबर को रामपाल अदालत में पेश नहीं हुआ।
  • 18 नवंबर, 2014 को पुलिस ने रामपाल की गिरफ्तारी के लिए आश्रम में प्रवेश करना चाहा तो समर्थकों से टकराव हुआ था।
  • 19 नवंबर तक रामपाल समर्थकों-पुलिस के बीच टकराव रहा। इस दौरान छह लोगों की मौत हो गई थी। दोनों तरफ से कई घायल हुए थे।
  • 20 नवंबर, 2014 को रामपाल की गिरफ्तारी के बाद आश्रम खाली करवाकर पुलिस ने कब्जे में लिया।
  • 11 अक्तूबर, 2021 को हत्या के दों मुकदमों में रामपाल समेत 29 को दोषी करार दिया गया था।
  • 16 अक्तूबर, 2021 को पांच हत्याओं के पहले मामले में सभी 15 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।

सर्विलांस पर छह नम्बर

  • आशीष के तीन मोबाइल नम्बर समेत छह नम्बर सर्विलांस पर
  • बस्ती व गोंडा के तीन दोस्तों के भी नम्बर का कॉल डिटेल निकाला
  • तीन जिलों में दबिश
  • अम्बेडकरनगर के अकबरपुर, बस्ती व लखनऊ में तीन ठिकानों पर दबिश
  • लखनऊ के एक जिम में आधा घंटे तक पूछताछ
  • चार दोस्तों व आधा दर्जन करीबियों से हुई पूछताछ
  • इन दोस्तों के साथ ही वह दिल्ली और लखनऊ में आता-जाता
  • करीबी लोग उसके व्यवसाय से सम्पर्क में आये
  • 36 घंटे में दिल्ली व लखनऊ पुलिस ने की छापेमारी
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