सोमवार और मंगलवार दोनों दिन सर्व पितृ अमावस्या मनाई जा रही है। यह दिन पितरों को विदाई देने का दिन है। पंडित दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार पितृविसर्जन, सर्वपितृ श्राद्ध महालय 8 और 9 अक्टूबर को होगा क्योंकि 8 अक्टूबर दिन सोमवार को दिन में 10 बजकर 47 मिनट के बाद अमावस्या तिथि लग जायेगी जो 9 अक्टूबर दिन मंगलवार को दिन में 09:10 बजे तक ही रहेगी। इसके साथ शुरू हो जाएगा महालया। महालया बंगालियों का एक ऐसा पर्व है जो नवरात्रि की शुरुआत को दर्शाता है। इस दिन रात में दुर्गा मां के मंदिर में मां दुर्गा की पूजा की जाती है।
इसके बाद 10 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो जाएंगे। ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद विभोर इंदूसुत ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार यदि पहला नवरात्र सोमवार या रविवार को होता है तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं।
घट स्थापना का शुभ समय
सुबह छह बजे से नौ बजकर 15 मिनट तक
यहां पढ़ें नवरात्रि की तिथि
10 अक्टूबर (बुधवार) 2021 : घट स्थापन व मां शैलपुत्री पूजा, मां ब्रह्मचारिणी पूजा
11 अक्टूबर (बृहस्पतिवार ) 2021 : मां चंद्रघंटा पूजा
12 अक्टूबर (शुक्रवार ) 2021 : मां कुष्मांडा पूजा
13 अक्टूबर (शनिवार) 2021 : मां स्कंदमाता पूजा
14 अक्टूबरर (रविवार ) 2021 : पंचमी तिथि सरस्वती आह्वाहन
15 अक्टूबर (सोमवार) 2021 : मां कात्यायनी पूजा
16 अक्टूबर (मंगलवार ) 2021 : मां कालरात्रि पूजा
17 अक्टूबर (बुधवार) 2021 : मां महागौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी, महानवमी
18 अक्टूबर (बृहस्पतिवार) 2021 : नवरात्री पारण
19 सितम्बर (शुक्रवार ) 2021 : दुर्गा विसर्जन, विजय दशमी