150वीं गांधी जयंती के मौके पर पढ़ें गांधी जी पर जवाहर लाल नेहरू समेत इन शख्सियतों के विचार

150वीं गांधी जयंती के मौके पर पढ़ें गांधी जी पर जवाहर लाल नेहरू समेत इन शख्सियतों के विचार

इस साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है। 2  अक्टूर 1869 को एक व्यवसायी परिवार में जन्मे मोहनदास करम चंद गांधी को उनके महान योगदान और त्याग के लिए लोग उन्हें महात्मा के नाम से जानते हैं।  गांधी जी ने दुनिया को सत्य और अहिंसा का जो संदेश उसे दुनिया के करीब करीब सभी देश मानते हैं।  150वीं गांधी जयंती के मौके पर पढि़ए गांधी जी पर पंडित जवाहर लाल नेहरू समेत इन महान लोगों के विचार:

आने वाली पीढ़ियों को इस बात पर विश्वास करना मुश्किल होगा कि गांधी जैसा कोई व्यक्ति इस धरती पर चला करता था। -अल्बर्ट आइंस्टीन, वैज्ञानिक

हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा नेतृत्व ऐसे व्यक्ति ने नहीं किया, जिसका सिर आसमान में था बल्कि ऐसे मास्टर रणनीतिकार ने किया, जिनके पांव हमेशा जमीन पर रहते थे। -शशि थरूर, कांग्रेस नेता

अगर मानवता को आगे बढ़ाना है तो गांधी बहुत ही जरूरी हैं। दुनिया में शांति और सद्भाव के लिए ही वह जीते, सोचते और काम करते हैं। हम अपने जोखिम पर ही उन्हें नजरअंदाज कर सकते हैं। -डॉक्टर मार्टिन लूथर किंग जूनियर

गांधी जी एक ऐसे महान व्यक्ति थे, जिन्हें मानवता की समझ थी। उनकी जिंदगी ने मुझे बचपन से ही प्रेरित किया है। -दलाई लामा

अपनी जिंदगी में प्रेरणा के लिए मैं हमेशा गांधी की तरफ देखता हूं क्योंकि वह बताते हैं कि खुद में बदलाव कर साधारण व्यक्ति भी असाधारण काम कर सकता है। -बराक ओबामा, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति

महात्मा गांधी लाखों बेसहारा लोगों के दरवाजे पर पहुंच जाते हैं, उनसे उन्हीं की भाषा में बात करते हैं। आखिर और कौन है, जो इतनी सहजता से इस बड़े वर्ग को अपना रहा है। -रबिंद्रनाथ टैगोर

इस देश में जो लौ रोशन हुई, वह साधारण नहीं थी। यह लौ आने वाले हजारों सालों तक भी राह दिखाती रहेगी। -जवाहर लाल नेहरू, देश के पहले प्रधानमंत्री

इतिहास में महात्मा गांधी को गौतम बुद्ध और ईसा मसीह के बराबर देखा जाएगा- लॉर्ड माउंटबेटन

वह सर्वश्रेष्ठ इंसान, हीरो और देशभक्त हैं। उनकी मौजूदगी से मानवता अपने शिखर पर पहुंची। -गोपाल कृष्ण गोखले, स्वतंत्रता सेनानी

2 अक्तूबर को पोरबंदर में एक व्यक्ति ने जन्म नहीं लिया था बल्कि एक युग की शुरुआत हुई थी। मुझे इस बात पर पूरा विश्वास है कि वह आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने अपने समय में थे। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

गांधी एक महान योद्धा थे। आज जब दुनिया में हिंसा का बोलबाला है, ऐसे में भी गांधी का अहिंसा और शांति का संदेश प्रासंगिक है। -नेल्सन मंडेला, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति

मैं नहीं जानता कि गीता पढ़ने से ज्यादा मूल्यवान कुछ हो सकता है। मगर इसी बीच मैं ऐसे जीवित व्यक्ति से मिला, जिसने गीता के सिद्धांतों को अपने जीवन में उतार लिया है। वह मेरे गुरु हैं और साबरमती के किनारे रहते हैं। -आचार्य बिनोबा भावे

चरखा चलाकर गांधी ने आम आदमी के साथ हमेशा के लिए एक रिश्ता बना लिया। वह एक चुटकी नमक से भी महाआंदोलन शुरू कर सकते थे। -बाबा आमटे

ऐसा कभी मत कहो कि दुनिया को बदलने के लिए तुम्हारे पास समय या पैसा नहीं है। आपके पास भी हर रोज उतने ही घंटे हैं, जितने गांधी, मदर टेरेसा और ईसा मसीह के पास थे। -शैनॉन एल एल्डर, कवियित्री

गांधी जहां भी जाते थे, वहां की स्थिति और लोगों के जीवन को अपने हिसाब से बदल देते थे। -बेंजामिन हॉफ, अमेरिकी लेखक

जब गांधी का सितारा चमका तो उन्होंने दिखा दिया कि अहिंसा का सिद्धांत भी संभव है। आर्नोल्ड ज्वेग, पूर्व जर्मन लेखक

जब मैंने पूछा कि मानव स्वभाव की सबसे खास बात क्या है तो गांधी ने तुरंत जवाब बेहद सहजता से जवाब दिया-साहस और अहिंसा। यह कायरों को बचाने की ढाल नहीं है बल्कि साहसी लोगों के हथियार हैं। -लॉर्ड रिचर्ड एटनबरो, पूर्व ब्रिटिश अभिनेता

मैं और अन्य भले ही क्रांतिकारी हों, लेकिन हम सभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर गांधी के शिष्य हैं। न इससे ज्यादा और न इससे कम। -हो ची मिन्ह, वियतनाम के पूर्व प्रधानमंत्री

उनके बहुत से नियम दुनियाभर में लागू होते हैं और वे कभी पुराने नहीं हो सकते। उम्मीद है कि जल्द ही यह बात साबित हो जाएगी कि अहिंसा का उनका नियम भारत के लिए जितना प्रांसगिक था, उतना ही बाकी दुनिया के लिए आज भी है। -यू थैंट, बर्मा के राजनयिक

बुद्ध के बाद भारत ने किसी व्यक्ति को इतना ज्यादा नहीं पूजा है। हमने एक आश्चर्यजनक घटना देखी है, जिसमें एक क्रांति का नेतृत्व एक संत कर रहा है। -विल डुरांट, पूर्व अमेरिकी लेखक

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