भारतीय कप्तान विराट कोहली की एशिया कप में अनुपस्थिति को लेकर बीसीसीआई और एशिया क्रिकेट परिषद (एसीसी) में टकराव की स्थिति खड़ी हो गई क्योंकि प्रसारणकर्ता स्टार ने इस फैसले पर नाराजगी व्यक्त की है। बीसीसीआई ने हालांकि एसीसी को भेजे गए जवाब में स्पष्ट कर दिया कि न तो वे और न ही प्रसारक राष्ट्रीय टीम चयन के मामलों में हस्तक्षेप कर सकते हैं।
कोहली को इंग्लैंड के 84 दिन के दौरे के बाद आराम दिया गया है, जहां उन्होंने पांच टेस्ट में 593 रन जुटाये थे और वो सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी रहे थे। एसीसी के खेल विकास प्रबंधक तुसिथ परेरा को भेजे गए ईमेल में मेजबान प्रसारक ने अंसतोष व्यक्त किया है कि कैसे कोहली की अनुपस्थिति से टूर्नामेंट कवरेज के वित्तीय पहलू पर असर पड़ेगा।
विराट के नहीं खेलने से टूर्नामेंट की कमाई पर पड़ेगा असर
ईमेल के अनुसार, ‘हमारे विचार से एशिया कप के लिए दुनिया के एक सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज की अनुपस्थिति की घोषणा टूर्नामेंट से महज 15 दिन पहले करना हमारे (टूर्नामेंट प्रसारक) लिए करारा झटका है और इससे टूर्नामेंट से राजस्व और वित्तीय लाभ पर गहरा असर पड़ेगा।’ प्रसारकों ने एसीसी से बीसीसीआई से संपर्क करने को कहा और उन्होंने ये स्पष्ट किया कि मीडिया अधिकार करार (एमआरए) की प्रतिबद्धताओं के अंतर्गत एसीसी को ये सुनिश्चित करना होता है कि सर्वश्रेष्ठ टीमें टूर्नामेंट में भाग लें। हालांकि बीसीसीआई ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय टीम का चयन देश की संस्था के अधिकार क्षेत्र में आता है और किसी भी तरह के बाहरी हस्तक्षेप को अनुमति नहीं दी जाएगी।
बीसीसीआई ने दिया टका सा जवाब
बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने परेरा को जवाब दिया, ‘कृपया इस बात को समझ लीजिए कि टूर्नामेंट में भागीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन बीसीसीआई का विशेषाधिकार है।’ उन्होंने लिखा, ‘एसीसी या इसके प्रसारक किसी एक खिलाड़ी के चयन का दबाव नहीं डाल सकते और न ही किसी चयन समिति के फैसले पर सवाल उठा सकते हैं कि कौन सी टीम खास टूर्नामेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ होगी।