नयन सागर महाराज प्रकरण की जांच को गठित जैन समाज की समिति की बैठक से पहले ही तीसरा वीडियो वायरल हो गया है, जिससे जैन मुनि की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। यह वीडियो भी वहेलना मंदिर की है, इसमें जैन मुनि अपने कमरे से युवती को गुपचुप तरीके से निकालते हुए नजर आ रहे हैं।
कैमरा नंबर नौ में कैद हुई इस सीसीटीवी फुटेज का पहला हिस्सा 28 जुलाई को ही वायरल हो चुका है। अब वायरल हुई इस तीसरे वीडियो से जैन समाज में गुस्सा और बढ़ गया है। उधर, इस मामले में 18 अगस्त को होने वाली जैन समाज की बैठक अब 20 अगस्त को अम्बाला में कैमरों की नजर में होगी। दिल्ली यमुना पार के महामंत्री ने जैन समाज को इस संबंध में अवगत कराया है।
पिछले बीस दिनों से जारी नयन सागर महाराज का वीडयो प्रकरण थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले 28 जुलाई को दो वीडियो क्लिप सामने आने के बाद जैन समाज में भूचाल आ गया था। हालांकि, युवती ने कोर्ट में पहुंचकर नयन सागर महाराज को राहत देते हुए उन्हें पूरी तरह से निर्दोष बताया था, लेकिन जैन समाज वीडियो में आपत्तिजनक आचरण को लेकर महाराज को माफ करने को तैयार नहीं था। इसी दौरान चंडीगढ़ का जैन समाज नयन सागर महाराज के पक्ष में खड़ा दिखाई दिया और नयन सागर महाराज वहीं पर चातुर्मास भी कर रहे हैं।
नयन सागर महाराज के प्रकरण की जांच को चंडीगढ़ में 15 सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा भी की गई थी। इस समिति की बैठक होती, इससे पहले ही नयन सागर महाराज और युवती का एक और वीडियो वायरल हो गया। कैमरा नंबर नौ में 26 जून रात को करीब आठ बजकर 26 मिनट पर छात्रा महाराज के कैमरे से निकलती दिख रही है।
महाराज पहले कमरे का गेट खोलकर बाहर झांककर देखते है। उसके बाद छात्रा कमरे से झुककर निकलते हुए दूसरी और चली जाती है। इस वीडियो का पहला भाग, जिसमें जींस-टॉप पहने छात्रा वहलना मंदिर परिसर में बने संत के कक्ष में 23 जून को सायं 7:28 मिनट पर संत के कक्ष में प्रवेश करती दिखाई दे रही थी। इस तरह से दोनों वीडियो सामने आने पर यह स्पष्ट हो गया कि युवती संत कक्ष में करीब 58 मिनट तक रही।
चंडीगढ़ में नयन सागर जी महाराज से जवाब लेने को एकत्र हुए जैन समाज के लोगों और खुद नयन सागर महाराज ने निर्णय लेने का अधिकार 15 सदस्यीय समिति पर छोड़ दिया था। 14 से 18 तक वीडियो की जांच का समय रखा गया था।
गुरुवार को दिल्ली के यमुना पार जैन समाज के महामंत्री ने मैसेज के माध्यम से समाज को संदेश दिया है कि वीडियो की जांच दिल्ली में की बजाय अंबाला में बीस दिसम्बर को होगी। पूरा प्रकरण की वीडियो बनाई जाएगी। समिति में 15 लोगों को शामिल किया गया है जिसमे पांच अम्बाला से, पांच जैन मुनि और पांच लोग समिति के अध्यक्ष द्वारा तय किये हुए शामिल रहेगे। जांच पड़ताल के कुछ देर बाद ही निर्णय सुना दिया जायेगा।