यह भाद्र पद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है, जो गणेश चतुर्थी के एक दिन पहले होता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छा वर पाने के लिए लड़कियां भी हरतालिका तीज का व्रत रखती है। हरतालिका के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। प्रत्येक पहर में भगवान शंकर का पूजन और आरती होती है। कई जगह की परंपरा की मानें तो इस दिन पंचामृत भी बनता है। जिसमें घी, दही, शक्कर, दूध, शहद का इस्तेमाल होता है। हरतालिका तीज के दिन सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, काजल आदि भी दिए जाते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं पूजा की जरूरी साम्रगी के बारे में:
हरतालिका तीज 2021 आज: जानिए शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और व्रत कथा
शुभ मुहूर्त
इस बार पूजा करने की तिथि 12 सितंबर को है। सूर्योदय के बाद से शाम के 6:46 मिनट तक पूजा की जा सकेगी।
पूजा के लिए आवश्यक सामग्री :
गीली काली मिट्टी या बालू रेत।
बेलपत्र,
शमी पत्र,
केले का पत्ता,
धतूरे का फल एवं फूल,
अकांव का फूल,
तुलसी,
मंजरी,
जनैऊ,
नाड़ा,
वस्त्र,
सभी प्रकार के फल एवं फूल पत्ते,
श्रीफल,
कलश,
अबीर,
चंदन,
घी-तेल,
कपूर,
कुमकुम,
दीपक,
फुलहरा
विशेष प्रकार की पत्तियां