लखनऊ, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा को संस्कारहीन दल की संज्ञा से नवाजते हुये कहा कि राज्य की योगी सरकार समाज को दिशा देने वाले शिक्षको का अपमान कर रही है।
शिक्षक दिवस के मौके पर सीएम योगी ने कहा था कि शिक्षा जगत में नौकरियों की कमी नहीं है लेकिन काबिल लोग ही नहीं मिल रहे हैं। कुछ लोग अपना सिर मुंडवा रहे हैं क्योंकि उन्हें बिना किसी कम्पीटिशन के वहां भर दिया जाए और फिर सम्मानित किया जाए। योगी ने ये भी कहा कि कई लोगों के पिछले जन्म के कर्म ही ऐसे होते हैं कि उन्हें भगवान ने कहा कि अगले जन्म जीवन भर धरना प्रदर्शन करते रहो।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम योगी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि भाजपा ने सभी का सम्मान गिराया है। किसानों-नौजवानों का अपमान किया है। नौजवानों में योग्यता नहीं होने की बात करना निंदनीय है। इसी तरह सिर मुंडाने वाले शिक्षामित्रों को शिक्षक न बताना गलत है। मुख्यमंत्री जी का व्यवहार शिक्षकों के प्रति अपमान जनक है। शिक्षकों को पेशा धरना-प्रदर्शन तथा सिर मुड़वाना नहीं है और न ही पिछले जन्म का फल है। यह भाजपा सरकार द्वारा शिक्षकों का अपमान है। एक तो उनके साथ न्याय नहीं किया जा रहा है वहीं मुख्यमंत्री जी की भाषा और व्यवहार शिक्षकों को अपमानित करती है।
दरअसल बुधवार को माध्यमिक वित्तहीन शिक्षकों ने सरकार का विरोध करते हुए राजधानी में अपना सिर मुंडवाया। इससे पहले शिक्षा मित्र भी लखनऊ में सरकार के विरोध में अपना सिर मुंडवा चुके हैं। सीएम योगी के शिक्षकों के लिये दिये गये अपमानजनक बयान की सोशल मीडिया पर भी निंदा हो रही है।
