यूपी के गोंडा से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां के वजीरगंज के बभनी गांव में बीते दिनों सास को मुखाग्नि देने वाली बहू गुड़िया की पति की भी मौत मुंबई से लौटते समय सोमवार रात को ट्रेन में हो गई। इसकी खबर मिलते ही गुड़िया पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पहले सास और अब सुहाग को खोकर वह बेहाल हो गई है। यह दर्दनाक खबर पाकर पूरा गांव गुड़िया के दरवाजे पर जुट गया है।
बता दें कि सास को मुखाग्नि देने वाली बहू की खबर को हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से उठाया था। उसकी गरीबी को भी उजागर किया था। जिस पर समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री और कमिश्नर उसके घर भी गये थे। सरकार और प्रशासन की ओर से से सहायता दी गई थी। मंगलवार को सुबह गांव वालों ने बताया कि मुंबई से लौट रहे गुडिया के पति राजित राम की ट्रेन में ही मौत हो गई है। बताया जाता है कि गुड़िया का पति बीमारी के कारण वहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती था।
इसीलिए मां को मुखाग्नि देने नही आ सका था, जिसके बाद पत्नी गुड़िया ने बेटे और बहू दोनों का फर्ज निभाते हुए मुखाग्नि दी थी। प्रधान ने बताया कि पति राजितराम अपनी मां की मौत के सदमें में कई दिनों से अस्पताल में बेहोशी की हालत में था। जब उसे होश आया तो अपने घर आना चाहा। वह अपने दस वर्षीय बेटे आकाश के साथ लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन से घर को चल दिया। लखनऊ में ट्रेन में ही उसकी हालत और बाराबंकी के पास ट्रेन में ही दम तोड़ दिया।प्रधान राम बरन ने बताया कि गुड़िया के पति के अंतिम संस्कार में पूरी मदद की जायेगी