नासा कैंसर के बेहतर उपचार खोजने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में कोशिकाओं पर अध्ययन कर रहा है। यूएस स्पेस एजेंसी द्वारा जारी एक वीडियो में अंतरिक्ष यात्री सेरेना औनॉन-चांसलर को एंजिक्स कैंसर थेरेपी अध्ययन के लिए माइक्रोग्राइटी साइंस ग्लोवबॉक्स (एमएसजी) के अंदर शोध करते दिखाया गया है।
औनॉन-चांसलर इस वर्ष की शुरुआत में अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे और अगले कुछ महीने एंडोथेलियल कोशिकाओं पर प्रयोग करने में बिताएंगे जो रक्त वाहिकाओं की सतह को रेखांकित करती हैं।.
नासा के अनुसार, माइक्रोग्रेविटी में भी संवर्धन तश्तरियों के भीतर एंडोथेलियल कोशिकाएं वैसा ही व्यवहार कर रही हैं जैसे कि वे पृथ्वी पर जीवित जीव के भीतर रक्त वाहिकाओं में थीं।
स्पेस डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, कैंसर शोधकर्ता कीमोथेरेपी प्रतिक्रियाओं के लिए कोशिकाओं का अधिक सटीक परीक्षण कर सकते हैं, क्योंकि इसके कारण ऑर्बिटिंग कोशिकाएं सामान्य रूप से उसी प्रकार व्यवहार करती हैं जैसे वे शरीर के अंदर करती हैं।
नासा के अनुसार, आईएसएस पर वर्तमान में कोशिकाओं के बहुत से कंटेनेर मौजूद हैं क्यों कि कोशिकाओं को कीमोथेरेपी एक्सपोजर की अलग-अलग प्रकियाओं से गुजरना पड़ता है।
अध्ययन शोधकर्ताओं के लिए नए परीक्षण मॉडल का कारण बन सकता है।.
इस वीडियो में औनॉन-चांसलर कह रहे हैं कि सभी फ्लैट एंडोथेलियल कोशिकाओं के कंटेनर गर्म और आरामदायक महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें अंतरिक्ष प्रयोगशाला में शरीर के तापमान पर रखा गया है। उन्होंने कहा, आईएसएस में अब हम लगभग दो महीने से हैं। हम उन्हें खिलाते हैं। हम उन्हें पोषक तत्व देते हैं, वे हमारे साथ रहने वाले सुक्ष्म क्रू मेंबर की तरह हैं।’