ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि ब्रिटेन के सलिसबरी शहर में पूर्व रूसी जासूस सगेर्ई स्क्रीपल और उनकी बेटी यूलिया को जहर देने का फैसला रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ही लिया होगा।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे इस कांड के लिए रूस सरकार को जिम्मेदार बताया था। लेकिन उनसे एक कदम आगे बढ़ते हुए जॉनसन ने पुतिन को सीधे-सीधे जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, हम रूस के खिलाफ नहीं हैं। जो कुछ भी हो रहा है उसके नतीजतन रूस को लेकर कोई डर नहीं है। हमारी लड़ाई पुतिन सरकार और उनके फैसले से है। जॉनसन ने कहा, मुझे लगता है कि इस बात की पूरी संभावना है कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद पहली बार ब्रिटेन की सड़कों पर जहर से हमले का सीधा सीधा फैसला पुतिन का हो।
ब्रिटिश विदेश मंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए रूस ने कहा कि पुतिन पर उनका आरोप निंदनीय, हैरान करने वाला है पूरी तरह अनुचित है। पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने एक बयान में कहा, जॉनसन का बयान राजनयिक औचित्य का अक्षम्य उल्लंघन है। हमने लगातार कहा है कि रूस का इस घटना से कोई संबंध नहीं है।
रूस का नर्व एजेंट कार्यक्रम के आरोपों से इनकार
रूस ने सैन्य स्तर के नर्व एजेंट ‘नोविचोक’ से जुड़े किसी भी कार्यक्रम से इनकार किया है। ब्रिटेन का आरोप है कि उसके सलिसबरी शहर में पूर्व रूसी जासूस पर इसी घातक रसायन से हमला किया गया, जिसे रूस ने तैयार किया है।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, जिनेवा स्थित निरस्त्रीकरण कांफ्रेस ने गुरुवार को 4 मार्च को हुई घटना के बारे में ब्रिटेन का पक्ष सुना। ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा कि उसके सलिसबरी शहर में पूर्व रूसी जासूस और उनकी बेटी पर सैन्य स्तर के नर्व एजेंट ‘नोविचोक’ का इस्तेमाल किया गया था, जिसे रूस ने तैयार किया है। इसके जवाब में रूसी पक्ष ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि ब्रिटेन इसे साबित करने के लिए पुख्ता सबूत उपलब्ध कराए।