चेन्नई स्थित डीएमके मुख्यालय में डीएमके जनरल काउंसिल की बैठक एमके स्टालिन को पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया है। जबकि, दुरई मुरुगन को डीएमके के कोषाध्यक्ष निर्वाचित किया गया। डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था।
बैठक में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करूणानिधि, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व लोकसभा स्पीकर सोमनाथ चटर्जी, पूर्व राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला और पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अन्नान को श्रद्धांजलि देकर दो मिनट के लिए मौन रखा गया।
2017 में बने थे पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष
उनके दिवंगत पिता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री करणानिधि के बीमार रहने के कारण अधिकांश समय घर में ही बिताने पर स्टालिन को जनवरी 2017 में पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। करुणानिधि के इसी महीने निधन हो जाने के बाद उनको पार्टी अध्यक्ष के रूप में प्रोन्नत करना अनिवार्य हो गया था।
मुझे द्रमुक में शामिल नहीं करने पर नतीजे भुगतेगी पार्टी: अलागिरी
द्रमुक से निष्कासित नेता एम. के. अलागिरी ने अपने छोटे भाई एम. के. स्टालिन की पार्टी अध्यक्ष पद पर ताजपोशी से एक दिन पहले अपना रुख कड़ा करते हुए कहा कि वह पांच सितंबर को प्रस्तावित मार्च करेंगे और यदि उन्हें पार्टी में दोबारा शामिल नहीं किया गया तो पार्टी को नतीजे भुगतने होंगे।
दक्षिणी तमिलनाडु में अच्छा-खासा प्रभाव रखने वाले अलागिरी बीते सात अगस्त को अपने पिता एम. करुणानिधि के निधन के बाद से ही सख्त रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुरूप चेन्नई में रैली का आयोजन करने वाले हैं।