महज दो फीट जमीन के लिये पिपरा थाना के लिटियाही वार्ड 17 में गुरुवार की सुबह एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर पर हमला कर दिया। तीर लगने और लाठी-डंडे की पिटाई से एक पक्ष के लोग घायल हो गये। सभी घायलों को सदर अस्पताल लाया गया।
बताया जा रहा है कि लिटियाही गांव में महावीर यादव और नारायण यादव के बेटों अमरेन्द्र यादव और विजय यादव के बीच के बीच 1 साल से 2 फीट चौड़े और लगभग 100 फीट लंबे जमीन लेकर विवाद चला आ रहा है। गुरुवार को अहले सुबह विजय यादव, अरुण यादव और सत्येन्द्र यादव दो दर्जन लोगों के साथ आये और दूसरे पक्ष पर अंधाधुंध तीर बरसाने लगे। इन लोगों ने लाठी-फरसा से भी वार किया। तीर लगने से गजेन्द्र यादव, रवींद्र यादव, अमरेन्द्र यादव और रेखा देवी घायल हो गयी तो ललन यादव, ब्रजेश यादव और विक्रम यादव मारपीट में घायल हो गये। गजेन्द्र यादव और रवीन्द्र यादव के शरीर से तीर नहीं निकल पाने से उन्हें दरभंगा रेफर कर दिया गया।
सदर अस्पताल में इलाज करा रहे पहले पक्ष के अमरेन्द्र यादव ने बताया कि उनके भाई ब्रजेश यादव अपने हिस्से की जमीन पर घर बनाये हुए हैं। उसी जमीन पर बने घर को विजय यादव, अरुण यादव और सत्येन्द्र यादव गुरुवार की सुबह- सुबह तोड़ने आये थे। हमलोगों ने जब इसका विरोध किया तो विजय यादव पक्ष के दो दर्जन लोगों ने उनलोगों पर हमला कर दिया। पड़ोस के कैलू शर्मा की पत्नी ने शोर मचाया तो बदमाशों ने उसके उपर भी तीर चला दिया।
चीख-पुकार सुनने के बाद जब तक ग्रामीण जुटे तब तक सभी बदमाश गाड़ी से भाग गये। आनन-फानन में ग्रामीणों की मदद से सभी घायल पिपरा थाना पहुंचे। पिपरा थानाध्यक्ष चन्द्रकांत गौरी घायलों को पीएचसी भेजा। वहां से डॉक्टरों ने सभी घायलों को सदर अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन सदर अस्पताल में भी गजेन्द्र और रवीन्द्र यादव के हाथ और पेट से तीर नहीं निकला।
उधर, सूचना के बाद पीएचसी पहुंची पुलिस पीड़ित से पूछताछ के बाद घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गयी है। थानाध्यक्ष के अनुसार दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं। घटना के बाद से लिटियाही वार्ड 17 में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। घटना के बाद से ही आरोपित पक्ष के लोग फरार हो गये हैं।