भाई-बहन के प्रेम का त्योहार रक्षा बंधन श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार यह 26 अगस्त रविवार के दिन है। ज्योतिष के अनुसार इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा नहीं हैं। यही नहीं इस बार करीब 11 घंटे तक राखी बांधने का मुहूर्त है।
दरअसल ज्योतिष के मुताबिक इस बार भद्रा नक्षत्र सूर्योदय से पहले ही खत्म हो रही है। इसलिए राखी बांधने के समय भद्रा नहीं रहेगा। ज्योतिष के मुताबिक भद्रा में राखी नहीं बांधी जाती।
राखी बांधने का मुहूर्त: शुभ मूहुर्त सुबह 5:59 बजे से शाम 5:25 बजे तक
इस बार बहने शाम 5 बजकर 12 मिनट तक राखी बांध सकती हैं। ज्योतिष के अनुसार रक्षा बंधन के दिन थाली सजाकर भाई की आरती उतारनी चाहिए। इस मंत्र के साथ रक्षा बंधन मनाई जाती है।
भाई-बहन के प्रेम का ये त्योहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन एक और जहां बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं वहीं भाई भी उनकी रक्षा करने का वचन देता है।
मंत्र
येन बद्धो बलि: राजा दानवेंद्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।
अर्थ
जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुम्हें बांधता हूं। हे रक्षे (राखी), तुम अडिग रहना। अपने रक्षा के संकल्प से कभी भी विचलित मत होना।