सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत में गूगल पर केस दर्ज किया गया है। यह केस गूगल पर यूजर्स की गूगल लोकेशन बंद होन के बावजूद ट्रैक किए जाने को लेकर किया गया है।
कैलिफोर्निया के एक शख्स ने गुरुवार को गूगल पर केस दर्ज कराया है। मुकदमे में बताया गया है कि गूगल ने अपने यूजर्स को जानकारी दी है कि अगर गूगल लोकेशन को बंद कर दिया जाता है तो फिर यूजर की लोकेशन ट्रैक होना भी बंद हा जाएगी। लेकिन यह पूरी तरह से गलत और झूठ है।
मुकदमे में गूगल पर निजता कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। इससे पहले हाल ही में विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने भी अपनी एक रिसर्च में पाया था कि गूगल अपने यूजर्स की लोकेशन ट्रैक करता है। फिर चाहे यूजर ने लोकेशन को बंद ही क्यों न कर दिया हो।
रिसर्च आने के बाद गूगल ने अपने सपोर्ट पेज में बदलाव करते हुए जानकारी दी थी लोकेशन हिस्ट्री को बंद करने के बाद भी कुछ गूगल लोकेशन सर्विसेज और फाइंड माय डिवाइस आदि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके अलावा गूगल कई और मामलों में भी आपकी लोकेशन को ट्रैक कर सकता है। इसमें गूगल मैप्स भी शामिल है।
इससे पहले इस पेज के जरिए गूगल जानकारी देता था कि लोकेशन बंद करने के बाद जहां भी आप गए हैं, उस जगह की जानकारी को गूगल स्टोर नहीं करेगा।