अफगान शांति वार्ता में काबुल को शामिल किया जाना चाहिए:

अफगान शांति वार्ता में काबुल को शामिल किया जाना चाहिए:

अमेरिका के एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा है कि अफगानिस्तान से जुड़ी किसी भी शांति वार्ता में काबुल सरकार को शामिल किया जाना चाहिए और यह वार्ता सीधे तालिबान और वाशिंगटन के बीच नहीं होगी।

विदेश मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ साउथ एडं सेन्ट्रल एशिया अफेयर्स की वरिष्ठ अधिकारी एलिस वेल्स ने कहा, ”बातचीत अफगान सरकार और तालिबान के बीच होनी है और हम इसमें किसी की जगह नहीं ले सकते।
अनेक रिपोर्ट के अनुसार वेल्स ने अफगानिस्तान में 17 वर्ष से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की दिश में नया समाधान तलाशने के लिए कतर में पिछले माह तालिबान अधिकारियों से सीधे बातचीत की थी।हालांकि वेल्स ने न तो रिपोर्ट की पुष्टि की है और न ही इनसे इनकार किया है।

उन्होंने कहा, ”मैं कुछ नहीं कह सकती सिवाय इसके कि पक्षों को बातचीत की मेज तक लाने के लिए हम जो कर सकते हैं उसके लिए हम तैयार हैं। उन्होंने कहा, ”लेकिन अमेरिका, अफगान सरकार और वहां की जनता को छोड़कर तालिबान से बात नहीं करता।

वहीं तालिबान के नेतृत्व परिषद ‘क्वेटा शूरा के एक सदस्य ने एएफपी को बताया कि तालिबानी सदस्यों ने पिछले माह दोहा में अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की थी। यहां आंतकवादियों ने अपना राजनीतिक कार्यालय बनाया है।

गौरतलब है कि तालिबान लंबे समय से अमेरिका के साथ सीधी बातचीत की मांग कर रहा है और यह गुट अफगान सरकार से बातचीत करने से इनकार चुका है।

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