भारतीय सभ्यता में दीपक जलाने का प्रमाण कई हजार वर्ष पुराना है। हिन्दू धर्म और वेदों में अग्नि को देवतास्वरूप माना जाता है। साथ ही पूजा या किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान के सामने दीपक जलाना महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसके पीछे का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण क्या है।
धार्मिक कारण
दीपक को रोशनी का प्रतीक माना जाता है, साथ ही सकारात्मकत लाने और दरिद्रता दूर करने वाला भी समझा जाता है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार पूजा में भगवान के सामने दीपक जलाना जरूरी है। क्योंकि इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और लक्ष्मी माता का स्थाई रूप से निवास होता है।
वैज्ञानिक कारण
दीपक में इस्तेमाल होने वाले गाय के घी में रोगाणुओं को भगाने की क्षमता होती है और जब ये अग्नि के संपर्क में आता है तो वातावरण को पवित्र बना देता है और प्रदूषण दूर होता है। क्योंकि अग्नि में जलने के बाद कोई भी चीज छोटे-छोटे अदृश्य टुकड़ों में बदलकर वातावरण में फैल जाता है।
दीपक से जुड़ी ध्यान रखने योग्य बातें:
1. देवी-देवताओं के सामने घी का दीपक बायें हाथ और तेल का दीपक दायें हाथ की ओर रखना चाहिए।
2. पूजा करने के दौरान दीपक बुझने ना दें, क्योंकि ये अशुभ माना जाता है।
3. घी के दीपक में सफेद रुई और तेल के दीपक में लाल धागे की बत्ती का इस्तेमाल करना चाहिए।