देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। बैंकिंग शेयरों में बिकवाली के असर से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 15० अंकों की गिरावट के साथ 33,685 पर बंद हुआ। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 51 अंकों की गिरावट के साथ 10,360 पर बंद हुआ।
पीएनबी धोखाधड़ी में नए मामले से सहमे निवेशक
बैंकों के गारंटी पत्र को लेकर धोखाधड़ी का नया मामला सामने आने के डर से बैंकिंग, एफएमसीजी और सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में गिरावट रही। पीएनबी ब्रेडी हाउस शाखा से चंद्री पेपर्स एंड एलायड प्राडक्ट्स को नौ करोड़ रुपये के गारंटी पत्र जारी करने के मामले में सीबीआई ने धोखाधड़ी का ताजा मामला दर्ज किया है। इससे यस बैंक,आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और स्टेट बैंक में भारी बिकवाली रही। एशियाई बाजारों में मिला जुला रुख रहा। वॉल स्ट्रीट में इस चिंता के बीच कि अमेरिका चीन से होने वाले आयात पर शुल्क लगा सकता है और अमेरिकी फेडरल रिजर्व अगले सप्ताह ही ब्याज दरें बढ़ा सकता है।
छोटे शेयरों में तेजी
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में तेजी देखी गई। मिडकैप 79 अंकों की तेजी के साथ 16,395 पर बंद हुआ। जबकि स्मॉलकैप 142 अंकों की तेजी के साथ 17,754 पर बंद हुआ। बीएसई के जिन सेक्टरों में तेजी रही उसमें उपभोक्ता गैर-अनिवार्य वस्तु एवं सेवाएं 0.31 फीसदी और उद्योग 0.21 फीसदी शामिल हैं।
ऊर्जा-तेल एवं गैस में सबसे ज्यादा नुकसान
बीएसई में निवेशकों को सबसे अधिक 1.16 फीसदी का नुकसान ऊर्जा शेयरों में हुआ। जबकि तेल और गैस में1.04 फीसदी, धातु में 0.54 फीसदी और तेज खपत उपभोक्ता वस्तु एवं सेवाएं में 0.52 फीसदी का नुकसान हुआ। वहीं निवेशकों को बैंकिंग सेक्टर में 0.49 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा।