अपने दमदार गानों से सबको थिरकने के लिए मजबूर कर देने वाले गायक दलेर मेहंदी का आज 18 अगस्त को जन्मदिन है। दलेर को बचपन से ही सिंगिंग का शौक था। कहा जाता है कि सिंगिंग सीखने के लिए इन्होंने घर तक छोड़ दिया था। तो आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ बातें।
डाकू से इंस्पायर है नाम
सिंगर और कंपोजर दलेर मेहंदी के माता-पिता ने उस वक्त के खूंखार ‘डाकू दलेर सिंह’ से इन्सपायर होकर उनका नाम ‘दलेर सिंह’ रखा था। दलेर जब थोड़े बड़े हुए तो उस वक्त एक फेमस सिंगर हुआ करते थे, ‘परवेज मेहंदी।’ फिर माता-पिता ने दलेर के नाम के आगे ‘मेहंदी’ जोड़ दिया।
11 साल की उम्र में छोड़ दिया था घर
दलेर जब 11 साल के थे तब वे सिंगिंग में करियर बनाने के लिए घर से भागकर गोरखपुर के रहने वाले उस्ताद राहत अली खान साहिब के पास पहुंच गए थे। 2 साल बाद ही यानी कि 13 साल की उम्र में दलेर मेहंदी ने जौनपुर में 20 हजार लोगों के सामने अपनी पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी थी।
1 रूपए लेकर सुनाते थे गाना
पटना साहिब में जन्मे दलेर ने पटना सिटी स्थित संगीत सदन और मुकुट संगीत स्कूल से म्यूजिक की शिक्षा ली थी। इसके बाद उन्होंने लंबे समय तक तख्त श्री हरमंदिर साहिब में शबद कीर्तन किया। लोग बताते हैं कि शुरुआती दिनों में दलेर एक रुपए लेकर गाना सुनाया करते थे।