मेरठ में शुक्रवार रात दो स्थानों पर मुठभेड़ हो गई। सरधना क्षेत्र में रोड होल्डअप की फिराक में लगे गोतस्करों से हुई मुठभेड़ में एक बदमाश और दरोगा को गोली लग गई। पुलिस ने चार गोतस्करों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, सिविल लाइन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में फरीदाबाद से वांटेड चल रहा बदमाश गोली लगने के बाद पकड़ा गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि सरधना क्षेत्र के कालंद रोड पर शुक्रवार रात करीब ग्यारह बजे कुछ बदमाशों के होने की सूचना मिली। सरधना पुलिस पहुंची तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश को गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी देहात ने बताया कि गोतस्कर असलम, नौशाद, कदीर, शारुख निवासी खिर्वा जलालपुर सरधना शातिर किस्म के बदमाश है। लंबे समय से गोकशी का काम कर रहे हैं। कालंद रोड पर रोड होल्डअप करने की फिराक में खड़े थे। तभी पुलिस गश्त करती हुई पहुंची तो बदमाशों ने भागना शुरू कर दिया। असलम ने एसआई विकास चौहान पर फायरिंग कर दी। फायरिंग में विकास की हाथ में गोली लगी है। जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग कर दी। इससे असलम के पैर में गोली लग गई। असलम के साथ-साथ नौशाद, कदीर, शारुख को भी गिरफ्तार कर लिया है। एसपी देहात ने पूरे मामले की जानकारी की।
मुठभेड़ पर सवाल
पुलिस ने जिस गोतस्कर असलम को मुठभेड़ में गोली लगना दिखाया है, उसे लेकर कई तरह की चर्चा है। सूत्रों ने बताया कि सरधना पुलिस ने गुरुवार को खिर्वा गांव में गोतस्करों के ठिकानों पर दबिश दी थी। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया था। बचाव में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली असलम के लग गई थी। सूत्रों के मुताबिक पुलिस घायल असलम को जीप में डालकर ले गई थी। इसलिए शुक्रवार रात दिखाई गई मुठभेड़ पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
हत्या और लूट के हैं एक दर्जन से अधिक मुकदमे
सभी गो तस्करों पर तमाम गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं। असलम पर हत्या, लूट, गैंगस्टर और गोतस्करी के करीब एक दर्जन से अधिक मुकदमें कायम हैं। काफी दिनों से पुलिस इस गैंग की तलाश में थे। इनको मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के कब्जे से हथियार भी बरामद किए हैं।
48 लाख कैश चोरी के वांटेड को लगी गोली
सिविल लाइन के यादगारपुर में पुलिस मुठभेड़ में एक शातिर बदमाश के पैर में गोली लग गई। हुमांयू नगर निवासी शातिर बदमाश दानिश को यादगारपुर में रूकने के लिए इशारा किया लेकिन बदमाश ने नहीं रोका और उसके बाद उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दानिश के पैर में गोली लगी है। दानिश को मेडिकल में भर्ती कराया गया। एसपी सिटी रणविजय सिंह भी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी की। बदमाश से पूछताछ के आधार पर सिविल लाइन इंस्पेक्टर नीरज मलिक ने बताया कि 48 लाख रुपये कैश चोरी के मामले में दानिश फरीदाबाद से वांटेड चल रहा था। फरीदाबाद पुलिस से छिपकर वह मेरठ में आ गया था। इस गैंग के बाकी साथी दूसरे जिलों में सरेंडर कर चुके हैं। चोरी और लूट के कई मुकदमें आरोपी के खिलाफ कई थानों में कायम हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हथियार भी बरामद किए हैं।