डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट के बीच निवेशकों की बिकवाली से देश के शेयर बाजार में गुरुवार को भी गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 188 अंक टूटकर 37,663 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 50 अंक टूटकर 11,385 अंक पर बंद हुआ।
व्यापार घाटा ने भी बढ़ाई मुश्किल
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार तुर्की के मुद्रा संकट के बाद एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख तथा चीन में आर्थिक नरमी की आशंका से घरेलू बाजार में धारणा प्रभावित हुई। वहीं रुपये की कमजोरी से बाजार की गिरावट को और बल मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रुपया के 70.40 पर पहुंचने से भी चिंता बढ़ी। व्यापार घाटा जुलाई में करीब पांच साल के उच्चतम स्तर 18 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद व्यापार आंकड़ा जारी किया था।
बाजार में ऊहापोह
30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स गिरावट के साथ 37,796 अंक पर खुला और एक समय 37,634 अंक तक चला गया। लेकिन इन्फोसिस, सन फार्मा और टाटा मोटर्स में मजबूती से कुछ तेजी आई। अंत में यह 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बाजार बुधवार को बंद था। एनएसई का निफ्टी भी 11,400 अंक के नीचे 11,366 अंक तक चला गया। बाद में इसमें सुधार हुआ और अंत में यह 0.44 प्रतिशत गिरावट साथ बंद हुआ। इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुद्ध रूप से 378.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 391.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।