मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ओ.पी. रावत ने बुधवार को कहा कि यदि लोकसभा चुनाव समय से पहले खिसकाया जाता है तो चुनाव आयोग लोकसभा और चार राज्य विधानसभाओं का चुनाव एक साथ दिसम्बर में कराने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी 17.5 लाख में से 1.5 लाख वीवीपैट मशीनें आयोग को नवंबर के अंत में मिलेंगी। उनकी पहले स्तर की जांच मुश्किल होगी और कुछ छोटी दिक्कतें रह जा सकती हैं। रावत से पूछा गया कि यदि लोकसभा चुनाव मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और राजस्थान विधानसभा चुनाव के साथ दिसंबर में हो तो क्या चुनाव आयोग उसके लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘क्यों नहीं। कोई समस्या नहीं होगी
कुछ हलकों में ऐसी अटकलें हैं कि अप्रैल- मई 2019 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव को खिसका कर नवम्बर-दिसम्बर 2021 में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और राजस्थान विधानसभा चुनाव के साथ कराया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 15 दिसम्बर को समाप्त हो रहा है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभाओं का कार्यकाल क्रमश: 5 जनवरी 2019, 7 जनवरी और 20 जनवरी 2019 को समाप्त हो रहा है।
यह पूछे जाने पर कि क्या जरूरी ईवीएम और मतदान की पर्ची देने वाली मशीनें (वीवीपैट) तैयार रहेंगी, सीईसी ने कहा कि सभी जरूरी ईवीएम सितंबर अंत तक तैयार हो जाएंगी जबकि वीवीपैट मशीन नवंबर के अंत तक आ जाएंगी।