हिमालय की यात्रा पर निकले सुपरस्टार रजनीकांत गुरुवार को आध्यत्म के रंग में रंगे नजर आए। तीन दिवसीय प्रवास पर ऋषिकेश स्थित दयानंद आश्रम में ठहरे रजनीकांत ने जहां आश्रम में साधु-संतो भोजन परोसा। वहीं दक्षिणा भी दी।
राजनीतिक में जाने की इच्छा जता चुके सुपरस्टार रजनीकांत इनदिनों हिमालय की यात्रा पर निकले हैं। हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में कुछ बिताने के बाद रजनीकांत मंगलवार को ऋषिकेश पहुंचे थे। यहां वह दयानंद नगर स्थित दयानंद आश्रम में रुके हुए हैं। तीसरा दिन रजनीकांत ने दान पुण्य में व्यतीत किया। दिनचर्या की शुरुआत सुबह योग के साथ हुई। उन्होंने गुरु ब्रह्मलीन दयानंद सरस्वती की समाधि पर पुष्प अर्पित कर पूजा-अर्चना की। सुबह नौ बजे नाश्ता करने के बाद ब्रह्मपुरी स्थित वशिष्ठ गुफा के लिए रवाना हुए।
गुफा के अंदर जाकर दर्शन किए और पूजा की। इसके बाद साढ़े 11 बजे आश्रम वापस आए। इस-बीच कुछ देर आराम करने के बाद दोपहर के समय आश्रम में आयोजित भंडारे में शामिल हुए। उन्होंने साधु संतों को अपने हाथों से भोजन परोसा। इसके साथ ही उन्हें दक्षिणा के रूप में 100-100 रुपये दिए और संतों से आर्शीवाद मांगा। इस अवसर पर दयानंद आश्रम के अध्यक्ष शुद्धानंद महाराज, आचार्य शांता आत्मानंद महाराज, स्वामी परमानंद, स्वामी परिपुष्टानंद महाराज, ब्रह्रमचारी नीरज, प्रबंधक गुणानंद रयाल आदि मौजूद रहे।
रजनीकांत ने केदारनाथ आपदा पीड़ित बच्चों को दी किताबें
अभिनेता रजनीकांत ने दयानंद आश्रम ने आश्रम के स्कूल में पढ़ने वाले केदारनाथ आपदा पीड़ित बच्चों की शिक्षा में भी सहयोग दिया। आश्रम की ओर से संचालित दयानंद कॅरिअर पब्लिक स्कूल के बच्चों के संग उन्होंने कुछ पल बिताए। सुपरस्टार को अपने बीच देखकर बच्चे काफी उत्साहित दिखे। रजनीकांत ने स्कूल में पढ़ाई कर रहे केदानाथ आपदा पीड़ित 40 बच्चों को पाठ्य पुस्तक बांटी।