सावन के सोलह सोमवार और हरियाली तीज, इस बार यह अनोखा संयोग है कि सोमवार के दिन हरियाली तीज पड़ रही है। इसलिए हरियाली तीज का महत्त्व बढ़ गया है हरियाली तीज है भगवान शिव और पार्वती के मिलन का त्योहार। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी कामना के लिए शिव और पार्वती की पूजा करते हैं। इस दिन कुंवारी कन्याएं भी विवाह के लिए भगवान शिव की आराधना करती हैं।
कहते हैं सावन के सोमवार और हरियाली तीज पर भगवान शिव की आराधना करने से हर मनोकामना पूरी होती है। यही नहीं भगवान शिव और पार्वती की पूजा से जहां सुहागिन महिलाओं का पति के साथ रिश्ता मजबूत होता है, वहीं कुंवारी कन्याओं को मनचाहा पति मिलता है।
सुहागिन महिलाएं और कुवांरी कन्या गुलाबी वस्त्र धारण कर हरी चूड़िया पहन कर सज-धजकर शिव मंदिर जाएं और भगवान की पूजा करें। रोली सिंदूर और गुलाब का इत्र भगवान को अर्पित करें।
हरियाली तीज व्रत का मुहूर्त-
हरियाली तीज तिथि आरंभ : सुबह 8:38 बजे (13 अगस्त 2021) से
हरियाली तीज तिथि समाप्त : सुबह 5:46 बजे (14 अगस्त 2021) तक
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।