दिल्ली के निर्भया कांड के बाद महिलाओं को सुरक्षित बस यात्रा मुहैया कराने के मकसद से यूपी परिवहन निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। महिला एवं बाल कल्याण विभाग की ओर से 50 बसें खरीदने के लिए 22.5 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक पी गुरु प्रसाद ने बताया कि बसें खरीदने के पहले तैयारी को लेकर कई आदेश दिए गए हैं। इसमें सबसे पहले महिला चालकों की भर्ती होगी।
सुरक्षा में ‘आदिशक्ति’ महिलाएं तैनात होंगी
महिला पिंक स्पेशल बसों में महिला यात्रियों की सुरक्षा ‘आदिशक्ति’ महिलाओं के हाथों में होगा। महिला यात्री की सुरक्षा के लिए निगम प्रशासन ने आदिशक्ति नाम तय किया है। इन्हीं के नाम से संविदा पर भर्ती होगी। प्रदेश भर में तीन सौ महिलाओं को भर्ती करके महिला यात्रियों को सुरक्षा मुहैया कराया जाएगा। बस में लगे पैनिक बटन दबाते ही आदिशक्ति की टीम महिला सुरक्षा के लिए मौके पर पहुंच जाएगी।
आठ शहरों से बसों का संचालन होगा
महिला स्पेशल 50 बसों का संचालन प्रदेश के आठ शहरों से होगा। इनमें लखनऊ से आठ, गाजियाबाद से दस, बरेली से छह, गोरखपुर से चार, वाराणसी से चार, इलाहाबाद से चार, आगरा से दस व बरेली से छह बसें संचालित होंगी। इन शहरों में परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पर महिलाएं संविदा पर चालक पद के लिए आवेदन कर सकेंगी।
हाईस्कूल पास महिलाएं बन सकेंगी ड्राइवर
परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक साद सईद ने बताया कि हाईस्कूल पास महिलाएं ड्राइवर बन सकेंगी। प्रदेश के आठ शहरों में सभी संबंधी प्रार्थना पत्र स्वीकार किए जाएंगे जहां से बसों का संचालन होना है। आवेदन की अंतिम तारीख नहीं होगी। महिला को भारी वाहन चलाने दो वर्ष का अनुभव हो। लम्बाई पांच फिट तीन इंच से कम न हो। उम्र न्यूनतम 21 व अधिकतम 40 वर्ष हो। जिन महिला चालकों को बस चलाने की क्षमता नहीं है उन्हें निगम प्रशासन कानपुर में ड्राइविंग प्रशिक्षण भी देगा।