लोकभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का कोलकाता के अस्पताल में सोमवार की सुबह निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे। चटर्जी को दिल का दौरा पड़ने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया था और उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी। उन्हें बेले व्यू क्लिनिक में एडमिट कराया गया था जहां वे 28 जून को एडमिट हुए थे। लेकिन, उन्हें 5 अगस्त को छोड़ दिया गया था। लेकिन 9 अगस्त को दोबारा उन्हें भर्ती किया गया। पिछले महीने पूर्व लोकसभा स्पीकर को हेमोरेहजिक स्ट्रोक हुआ था।
राजनीतिक जगत शोकाकुल
सोमनाथ चटर्जी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई राजनेताओं ने शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूर्व लोकसभा स्पीकर सोमनाथ चटर्जी भारतीय राजनीति के निष्ठावान समर्थक थे। उन्होंने हमारे संसदीय लोकतंत्र को समृद्ध बनाया और गरीबों और मजलूमों की आवाज़ बुलंद करते थे। उनके निधन से शोकाकुल हूं। मेरी संवेदना और उनके परिवार और समर्थकों के साथ है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि 10 बार सांसद और पूर्व लोकसभा स्पीकर सोमनाथ चटर्जी के निधन से शोकाकुल हूं। सभी पार्टियों के सांसद उनका सम्मान करते थे। मेरी संवेदना और स दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है।
रविवार को पड़ा था दिल का दौरा
चटर्जी को रविवार की सुबह दिल का हल्का दौरा पड़ा था लेकिन उसने फिर से काम करना शुरू कर दिया। वह आईसीसीयू में थे। अधिकारी ने कहा, ‘पिछले 40 दिनों से चटर्जी का उपचार चल रहा था। स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिलने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी लेकिन मंगलवार को हालत बिगड़ने के बाद उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।’
दस बार रहे थे लोकसभा के सदस्य
लंबे समय से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया(मार्क्सवादी) के नेता चटर्जी 14वीं लोकसभा (2004-09) के दौरान यूपीए-1 की सरकार के वक्त लोकसभा अध्यक्ष थे। हालांकि, जब साल 2008 में सरकार से सीपीएम और अन्य वामपंथी पार्टियों की समर्थन वापसी के बाद सोमनाथ के लोकसभा अध्यक्ष से इस्तीफा देने से इनकार करने पर सीपीएम महासचिव प्रकाश करात ने उन्हें पार्टी से हटा दिया दिया था।