नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् (एनडीएमसी) के गोल मार्केट स्थित स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली छह वर्षीय बच्ची से बलात्कार की घटना के तूल पकड़ने के बाद आज स्कूल की प्रिंसिपल समेत चार कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
सस्पेंड किए गए कर्मचारियों में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया आरोपी राम आश्रय, मुख्य अध्यापिका संतोष रावत, सहायक अभियंता (विद्युत विभाग) तुलसीराम और सहायक शिक्षक शिखा शामिल हैं। इसके साथ ही नगर निकाय ने इन लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने के साथ ही जूनियर इंजीनियर सौरभ बिष्ट का अनुबंध खत्म कर दिया है। बिष्ट आरोपी इलेक्ट्रीशियन का सुपरवाइजर था।
एनएचआरसी दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को भेजा नोटिस
वहीं इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
आठ अगस्त को हुई घटना की मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए एनएचआरसी ने कहा कि यह स्कूल अधिकारियों की लापरवाही और पीड़िता के मानवाधिकार उल्लंघन का मामला है।
एनएचआरसी ने कहा कि घटना सरकारी स्कूल में होने की खबर है। स्कूल के अधिकारी छात्रों की देखरेख करते हैं और इस नाते छात्रों और खासकर लड़कियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी बनती है। आयोग ने कहा कि प्रथमदृष्ट्या घटना में स्कूल प्रशासन की लापरवाही झलकती है।
मानवाधिकार आयोग की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, इसने दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर मामले में चार हफ्ते के अंदर विस्तृत ब्यौरा मांगा है। बयान में कहा गया है कि मुख्य सचिव से यह भी बताने के लिए कहा गया है कि क्या दिल्ली के स्कूलों में अधिकारियों की तरफ से छात्रों की सुरक्षा के लिए जारी दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है अथवा नहीं।
दिल्ली महिला आयोग ने भी पुलिस-स्कूल प्राधिकार को नोटिस भेजा
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने भी दिल्ली पुलिस और स्कूल प्राधिकार को नोटिस भेजकर उनसे स्कूल में सुरक्षा इंतजामों के बारे में सूचित करने को कहा है। आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पूछा है कि इलेक्ट्रिशियन की पृष्ठभूमि की जांच की गई थी या नहीं और स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसे सुरक्षा उपाय किए गए हैं या नहीं।
स्वाति मालीवाल ने दावा किया कि पीड़ित बच्ची की मां का आरोप है कि स्कूल इस मामले पर लीपापोती करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने पूछा कि लड़कियों के शौचालय तक पुरुष कर्मचारी कैसे पहुंच गया?
गौरतलब है कि दिल्ली के गोल मार्केट इलाके में स्थित एनडीएमसी स्कूल में इलेक्ट्रिशियन ने कथित रूप से दूसरी कक्षा की एक छात्रा से बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि बुधवार को जब बच्ची घर जा रही थी तब आरोपी राम आसरे (37) कथित तौर पर उसे स्कूल परिसर स्थित पंप रूम में ले गया, जहां उसने बच्ची के साथ जबर्दस्ती की। उसने बच्ची को धमकाया और कहा कि वह इस बारे में किसी को कुछ भी नहीं बताए। घर में बच्ची की मां ने उसके निजी अंगों से खून आता देखा तो वह उसे अस्पताल ले गईं, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसका यौन उत्पीड़न हुआ है।
बच्ची के माता-पिता ने गुरुवार को पुलिस को इस बारे में सूचना दी, जिसके बाद मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी एनडीएमसी में स्थायी कर्मचारी है और इलेक्ट्रिशियन के तौर पर काम करता है। वह पिछले एक महीने से स्कूल में काम कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।