अगर आप अपने बच्चे के जिद करने पर उसे बड़ी आसानी से स्मार्टफोन पकड़ा देते हैं, तो जरा सावधान हो जाएं। स्मार्टफोन की लत बच्चों को बीमार बना रही है। उनकी हड्डियां कमजोर हो रही हैं।
डॉक्टरों का कहना हैकि फोन के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों में कमर दर्द, गले की हड्डी में झुकाव, उंगलियों को नुकसान, आंखें कमजोर होना, तनाव और अनिद्रा जैसी बीमारियां हो रही हैं। एम्स के ‘विहेवियरल एडीक्शन क्लीनिक’ के सर्वे के मुताबिक दिल्ली के स्कूलों में पढ़ने वाले लगभग 20 फीसदी बच्चे इंटरनेट की लत के शिकार हैं। क्लीनिक के डॉक्टर यतन बलहारा ने बताया कि उनके पास हर हफ्ते 4 से 5 ऐसे मामले आ रहे हैं।
सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर राजीव मेहता के मुताबिक स्मार्टफोन के अधिक इस्तेमाल से बच्चों की याद्दश्त कमजोर हो रही है। वह तनाव और चिड़चिड़ेपन का शिकार हो रहे हैं। अभिभावक डॉक्टर के पास तब आते हैं जब स्थिति बिगड़ जाती है। ऐसे बच्चों के दिमागी विकास में भी बाधा पहुंचती है। उनमें चेहरे के भाव पहचनाने में भी दिक्कतें देखी गई हैं।
चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के डायरेक्टर डॉ. अनूप मोहता का कहना है कि उनके अस्पताल में भी ऐसे मामले देखे जा रहे हैं कि लगातार एक ही अवस्था में घंटों स्मार्टफोन चलाने वाले बच्चों की गर्दन और कमर में दर्द की शिकायत होती है। मुंबई के लीलावती अस्पताल की ओर से हुए एक शोध के मुताबिक दिन में 6 घंटे से ज्यादा वक्त तक फोन पर लगे रहने वाले बच्चों में हार्मोन में गड़बड़ी की शिकायत सामने आती है।
एम्स के प्रोफेसर डॉ. नंद कुमार के मुताबिक बच्चे को 3 से 4 घंटे के लिए फोन से दूर रहने के लिए कहें। अगर वह 2 घंटे भी स्मार्टफोन से दूर रहने में असमर्थ है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। बिना मकसद फोन चलाने पर दिमाग का फोकस नहीं होता और इससे बच्चा तनाव का शिकार हो सकता है।