दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान शॉन पोलॉक का कहना है कि अगर भारत के युवा हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या को लंबे समय तक क्रिकेट खेलनी है तो उन्हें अपने खेल के एक पक्ष पर ध्यान देना होगा। पोलॉक का मानना है कि टी-20 की लोकप्रियता ने कई हरफनमौला खिलाड़ियों को जन्म दिया है। वो मौजूदा दौर में इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ी मानते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी ने पांड्या को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें अपने खेल के एक पक्ष, या तो बल्लेबाजी या फिर गेंदबाजी, को बेहद मजबूत करने की जरूरत है। पोलॉक ने कहा, ‘टी-20 क्रिकेट ने कई खिलाड़ियों को ये महसूस कराया है कि वो गेंद और बल्ले दोनों से योगदान दे सकते हैं। जहां तक पूरे विश्व में हरफनमौला खिलाड़ियों की बात है तो किसी एक को चुनना मुश्किल है, लेकिन मेरा मानना है कि बेन स्टोक्स मौजूदा दौर में सर्वश्रेष्ठ हैं।’
पोलॉक ने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट की बात करें तो पांड्या शायद लंबी रेस का घोड़ा हो सकते हैं। मुझे लगता है कि विराट कोहली को उनकी स्टाइल और खेल के प्रति उनका नजरिया पसंद है। ऐसा लगता है कि वो रन भी बना सकते हैं और विकेट भी ले सकते हैं। जाहिर सी बात है कि समय ही इस बारे में बताएगा।’
उन्होंने कहा, ‘हार्दिक को शांति से बैठकर किसी एक चीज (बल्लेबाजी या गेंदबाजी) को मुख्य रूप से चुनने की जरूरत है जो उन्हें टीम में बनाए रखे और फिर दूसरी चीज में उन्हें योगदान देना चाहिए क्योंकि दोनों ही तरह से टीम में योगदान देना काफी मुश्किल होता है।’ पूर्व कप्तान ने कहा, ‘अगर वो आराम से इस बारे में सोचते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि वह भारत के एक शानदार हरफनमौला खिलाड़ी बन सकते हैं।’ पोलॉक ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 303 वनडे खेले थे जिसमें उन्होंने 393 विकेट लिए थे उन्होंने 3,519 रन भी बनाए थे।
पोलॉक ने भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बयान का समर्थन करते हुए अंतरार्ष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के वनडे में दो नई गेंदों के इस्तेमाल के फैसले की आलोचना की है। उन्होंने कहा, ‘इस फैसले से रिवर्स स्विंग खत्म हो सकती है। ये इस पर भी निर्भर है कि आप किस विकेट पर खेल रहे हैं। उपमहाद्वीप में गेंद मुलायम रहती है और उसे पारी के अंत में मारना मुश्किल होता है जिससे गेंदबाजी करने वाली टीम को फायदा होता है।’