देवरिया में नारी संरक्षण गृह में रहने वाली बच्चियों से देह व्यापार कराए जाने के मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र भेज दिया गया। सीबीआई की जांच पहले से दर्ज दो मुकदमों पर मुख्य रूप से केंद्रित होगी। इसमें नारी संरक्षण गृह की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी व उनके पति मोहन त्रिपाठी के अलावा उनके सहयोगी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद गृह विभाग बहुचर्चित देवरिया कांड की जांच सीबीआई के लिए कराने के लिए संस्तुति पत्र तैयार करने में जुटा हुआ था। सीबीआई जांच अपनी निगरानी में कराने के हाईकोर्ट के फैसले के बाद इसमें और तेजी आ गई थी। इस बीच प्रकरण सीबीआई के हाथ में लेने तक मामले की जांच करने और साक्ष्यों से छेड़छाड़ न होने देने के लिए एसआईटी ने भी अपना काम शुरू कर दिया है। एसआईटी में एडीजी क्राइम संजय सिंघल के अलावा पीटीएस मेरठ में एसपी पूनम और ईओडब्ल्यू में एसपी भारती सिंह शामिल हैं। इस टीम की सहायता में एसटीएफ को भी लगाया गया है।
इसके अलावा शासन की ओर से देवरिया के संबंधित नारी संरक्षण गृह की मान्यता समाप्त किए जाने के बावजूद उसके कार्यरत रहने के संबंध में पुलिस की भूमिका की जांच भी कराई जा रही है। यह जांच एडीजी जोन गोरखपुर दाबा शेरपा कर रहे हैं।