रुहेलखंड विश्वविद्यालय के खेल विभाग का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। विवि के सर्टिफिकेट के अनुसार उनके एथलीट ने मात्र 44 मिनट 01 सेकेंड में हाफ मैराथन पूरी कर ली। जबकि हाफ मैराथन का विश्व रिकॉर्ड ही 58.23 मिनट का है। दूसरे नंबर पर रहे खिलाड़ी का समय भी इससे कम है। इस फर्जीवाड़े की शिकायत राज्यपाल से की गई है।
विश्वविद्यालय में पिछले दिनों अंतर महाविद्यालयी हाफ मैराथन का आयोजन किया गया था। इसमें एसएम कॉलेज चंदौसी के छात्र धर्मेंद्र ने पहला स्थान पाया था। धर्मेंद्र को जो सर्टिफिकेट जारी किया गया, उसमें दौड़ पूरी करने का समय 44 मिनट 01 सेकेंड दर्ज है। वहीं, दूसरे स्थान पर खुसरो कॉलेज के छात्र जितेंद्र सिंह रहे। सर्टिफिकेट के अनुसार जितेंद्र ने दौड़ 54 मिनट 24 सेकेंड और 51 माइक्रो सेकेंड में पूरी की। एथलीट हसीन खान ने राज्यपाल को भेजी शिकायत में यूनिवर्सिटी पर फर्जी सर्टिफिकेट देने का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की है। हसीन खान ने हैंडबॉल टीम के चयन में भी गड़बड़ी का भी आरोप लगाया है।
ये है हाफ मैराथन का विश्व रिकॉर्ड
हाफ मैराथन का विश्व रिकॉर्ड अफ्रीकी देश एरिट्रिया के जेरेसेना टेडीज के नाम है। उन्होंने 21 मार्च 2010 को लिस्बन में हाफ मैराथन 58.23 मिनट में पूरी की थी। भारत का राष्ट्रीय रिकॉर्ड एक घंटा 38 मिनट और 03 सेकेंड का है। यह आर्मी के जवान नितेन्द्र के नाम है। नितेन्द्र रियो ओलंपिक में भी भाग ले चुके हैं। हाफ मैराथन में खिलाड़ी को 21.097 किमी (13.1 मील) की दूरी तय करनी होती है।