दुनिया में व्यापार युद्ध छिड़ने की आशंकाओं के बीच जारी वैश्विक बिकवाली के कारण उथल- पुथल भरे कारोबार में बुधवार को सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन गिरकर बंद हुआ। आज के कारोबार में तेल एवं गैस, रियल्टी, धातु और वाहन समूह के शेयर बिकवाली के दबाव में रहे।
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रेक्स टिलरसनको हटा कर सीआईए निदेशक माइक पाम्पियो को विदेश मंत्री बनाये जाने से अमेरिकी शेयर बाजारों में मंगलवार को हुई गिरावट का असर आज एशियाई शेयर बाजारों पर भी दिखा। पोम्पेओ चीन और ईरान के प्रति कट्टर रुख के समर्थक हैं। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 33,733.55 अंक पर खुला और एक समय गिर कर 33,580.69 अंक तक चला गया था। बाद में यूरोपीय बाजार की शुरुआती मजबूती के समाचार तथा थोक मंहगाई के ताजा आंकड़ों में नरमी से बैंकों के शेयरों को समर्थन मिला। इससे सेंसेक्स चढ़कर 33,875.15 अंक पर पहुंच गया। कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स अंतत: 21.04 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33,835.74 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी10,400 अंक के स्तर से नीचे 10,336.30 अंक के निचले स्तर तक गिर गया। यह अंतत: 15.95 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,410.90 अंक पर बंद हुआ। बीएसई के समूहों में तेल एवं गैस, रियल्टी, धातु, एफएमसीजी, पावर, पूंजीगत वस्तुओं, वाहन और पीएसयू समेत अधिकांश समूहों में 0.94 प्रतिशत तक की गिरावट रही। ब्रोकरों ने कहा कि ट्रंप द्वारा विदेश मंत्री बदलने से वॉल स्ट्रीट में आई गिरावट के कारण एशियाई बाजार कमजोर रहे जिससे धारणा नकारात्मक रही। इस बीच थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई फरवरी में सात महीने के निचले स्तर 2.48 प्रतिशत पर आ गयी। आज जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की महंगाई जनवरी के तीन प्रतिशत के मुकाबले फरवरी में कम होकर 0.88 प्रतिशत पर आ गई।
