इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक का मानना है कि भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण में विविधता है और वह धारदार है, जैसा कि पहले नहीं हुआ करता था। कुक ने बर्मिंघम में 1 अगस्त से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच से पूर्व कहा, ‘भारत की गेंदबाजी में काफी विविधता, जैसा कि आम तौर पर देखने को नहीं मिलता था। उनका तेज गेंदबाजी आक्रमण धारदार है। मैंने पिछले दस वर्षों में उन्हें खेला है। उनके पास पहले पांच या छह अलग-अलग तरह के तेज गेंदबाजों को खिलाने का विकल्प नहीं था। मैंने अतीत में जो अनुभव किया यह उससे भिन्न है। अगले छह सप्ताह में हम देखेंगे कि भारतीय गेंदबाज कितने प्रभावी हैं।’
शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा का कुक ने किया समर्थन
भारत के लिए शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की खराब फॉर्म चिंता का विषय है लेकिन कुक ने शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा का समर्थन करते हुए कहा कि वे श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘अच्छे खिलाड़ियों के लिये फॉर्म अस्थायी होती है। वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं, क्योंकि उन्होंने अतीत में निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है और ढेरों रन बनाये हैं। इसलिए वह दुनिया की नंबर एक टीम है। आप एक या दो पारियों में असफल हो सकते हो और अचानक आप लय हासिल कर लेते हो और बड़ा स्कोर बनाते हो। यही मंझे हुए बल्लेबाजों और निश्चित तौर पर शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की प्रकृति होती है।’
टेस्ट सीरीज के लिए खुद को तरोताजा महसूस कर रहे हैं कुक
टेस्ट सीरीज में यह 33 वर्षीय क्रिकेट इंग्लैंड टीम के शीर्ष क्रम की जिम्मेदारी संभालेगा। उन्होंने कहा कि वह भारत का सामना करने के लिये तरोताजा महसूस कर रहे हैं। भारत के खिलाफ एजबेस्टन में वह काफी सफल भी रहे हैं। इस मैदान पर 2011 में 294 रन की पारी खेलने वाले कुक ने कहा, ‘मैं तरोताजा महसूस कर रहा हूं। मैंने पिछले तीन सप्ताह से भी ज्यादा समय से क्रिकेट नहीं खेली है। पिछले सप्ताह कुछ स्कोर (भारत ए के खिलाफ इंग्लैंड लायन्स की तरफ से 180 रन) करना अच्छा रहा। मैं अच्छी तरह से बल्लेबाजी कर रहा हूं। मुझे लगता है कि मैं पूरी तरह से तैयार हूं।’