नगर पंचायत महुवाडाबरा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपात्रों को मकान आवंटित कर करीब 38 लाख रुपये की धोखाधड़ी में डीएम के आदेश पर जसपुर कोतवाली में सोमवार देर शाम सभी 164 दोषियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया। ईओ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मामले की जांच नादेही चौकी इंचार्ज रवींद्र बिष्ट को सौंपी गई है।
पुलिस ने नगर पंचायत महुवाडाबरा के अधिशासी अधिकारी मो. इस्लाम की तहरीर पर पीएम आवास योजना के 151 अपात्रों के साथ तत्कालीन अध्यक्ष बहादुर लाल, पूर्व सभासद सुनहरी देवी, शशि शर्मा, अख्तरी बेगम, प्रभा देवी, आशिया बेगम, यादे हसन, महिपाल सिंह समेत पंचायत कर्मी हरिराम, अमीर हुसैन, तत्कालीन ईओ नरेंद्र कुमार और रिटायर जेई केपीएस राठौर पर गलत तरीके से आवास योजना का लाभ लेने, कर्तव्यों का निर्वहन न करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। ईओ ने प्रकरण में चार जुलाई को कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी थी। तहरीर में 151 अपात्रों में से 87 पर धोखाधड़ी कर योजना के 38.40 लाख रुपये हड़पने का आरोप है।
यह थी योजना
शासन ने वर्ष 2015-16,2016-17 के लिए नगर पंचायत को 365 पीएम आवास बनाने का लक्ष्य दिया था। इसके लिए दो करोड़ छियानवे लाख रुपये पंचायत को भेज दिए थे। मगर आरोपियों ने योजना को सही ढंग से क्रियान्वयन करने की जगह अपात्रों को मकान मंजूर करा दिए।
एसएसपी-डीएम की वार्ता के बाद दर्ज हुआ केस
बीते माह एसडीएम की गठित टीम ने जांच की थी। 25 दिन पहले आई तहरीर पर एसएसपी से वार्ता के बाद डीएम ने 151 अपात्र, पंचायत बोर्ड, दो निकाय कर्मी, तत्कालीन ईओ, जेई पर केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। दो दिन पहले कोतवाली आए एसएसपी डॉ.सदानंद दाते ने डीएम से प्रकरण पर विस्तार से वार्ता की। इसके बाद सीओ को केस दर्ज कराने आदेश दिए गए।
सबसे ज्यादा अपात्र वार्ड सात में अपात्र
नगर पंचायत महुवाडाबरा के सात वार्डों में 151 अपात्र पाए गए हैं। इनमें सबसे अधिक वार्ड सात में 34 तो सबसे कम वार्ड तीन में 11 है। वार्ड एक में 22, दो 12,चार में 29,पांच में 18,छह में 25 अपात्र जांच में पाए गए हैं। इनमें 87 अपात्रों ने 38 लाख रुपये से अधिक रकम अपात्र होते हड़प ली।