एनडीए के घटकदल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने अपनी ही सरकार को अल्टीमेटम दिया है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे और लोजपा संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि अगर सरकार ने 8 अगस्त तक एससी/ एसटी अत्याचार निरोधक कानून को लेकर अध्यादेश जारी नहीं किया, तो लोजपा की दलित सेना 9 अगस्त को होने वाली आंदोलन में हिस्सा लेगी। उनके मुताबिक, यह आंदोलन दो अप्रैल के मुकाबले ज्यादा उग्र और आक्रोशित होगा। इसलिए, सरकार को फौरन निर्णय लेना चाहिए।
जस्टिस गोयल की बर्खास्तगी
एससी/एससी अत्याचार निवारण कानून के बारे में अध्यादेश जारी करने के लिए लोजपा ने संसद के मानसून सत्र को 7 अगस्त को खत्म करने का भी सुझाव दिया है। ताकि, सरकार आठ अगस्त को अध्यादेश जारी कर सकते। क्योंकि, संसद सत्र के दौरान सरकार कोई अध्यादेश जारी नहीं कर सकती। चिराग पासवान ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के बाद देश में दलितों पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं। इसके साथ चिराग पासवान ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस आदर्श कुमार गोयल को पद से बर्खास्त करने की मांग भी दोहराई है।
सड़को पर उतरेगी पार्टी
लोजपा को कहना है कि एनसी/ एसटी कानून को कमजोर करने का फैसला सुनाने वाले जस्टिस आदर्श कुमार गोयल को एनजीटी का अध्यक्ष बनाने से दलितों में गलत संदेश गया है। चिराग पासवान ने कहा कि दलित यह समझते है कि सरकार ने जस्टिस गोयल को पुरस्कृत किया है। इसलिए सरकार फौरन रिटायर्ड जस्टिस गोयल को पद से हटाना चाहिए। यह सवाल किए जाने पर कि सरकार उनकी बात नहीं मानती है, तो वह क्या करेंगे। चिराग पासवान ने कहा कि अगर मांग पूरी नहीं होती है, तो दलित सेना सड़कों पर उतरेगी।
मुद्दों के आधार पर समर्थन
चिराग पासवान ने साफ किया है कि भाजपा के साथ उनका गठबंधन मुद्दों पर आधारित है। उन्होनें कहा कि 2014 में जब तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ गठबंधन पर चर्चा हुई थी, तो उन्होंने यह सभी मुद्दे उनके सामने रखे थे। एससी/ एसटी एक्ट और आरक्षण भी उन मुद्दों में शामिल था। यह पूछे जाने पर कि लोजपा को अगर सरकार और समाज में से एक को चुनना पड़ा तो पार्टी क्या फैसला करेगी, उन्होंने कहा कि लोजपा के लिए उसके मुद्दे अहम है। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी भावानओं को समझते हुए इन मुद्दों को हल करने की दिशा में ठोक कदम उठाएंगे। साथ उन्होंने कहा कि लोजपा फिल्हाल टीडीपी जैसा कोई कदम नहीं उठाएगी। वह केंद्र सरकार के अंदर रहकर अपनी मांग उठाएगी।
प्रधानमंत्री को पत्र
चिराग पासवान ने अपनी मांगे दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। दो पेज के इस पत्र में चिराग पासवान ने लिखा है कि 20 मार्च 2021 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है। इसको लेकर दो अप्रैल को पूरे देश में आंदोलन भी हुआ था। कुछ आंदोलनकारी संगठनों ने नौ अगस्त को फिर से आंदोलन का ऐलान किया है। ऐेसे में सरकार को एससी/एसटी कानून के प्रावधानों को फिर से बहाल करने के लिए जल्द ठोस कदम उठाने चाहिए। ताकि, एससी/एसटी का विश्वास बना रहे।