बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाया और अंत में 61.16 अंक की गिरावट के साथ 33,856.78 अंक पर बंद हुआ। मुख्य रूप से कारोबार के अंतिम घंटे में मुनाफावसूली से सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई। वहीं दूसरी ओर निफ्टी 5.45 अंक या 0.05 प्रतिशत मामूली बढ़त के साथ 10,426.85 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,478.60 से 10,377.85 अंक के दायरे में रहा।
अफवाह के चलते हुआ नुकसान
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का शेयर 5.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,892.45 रुपये पर पहुंच गया। कंपनी के शेयर में इस खबर के बाद गिरावट आई कि उसके प्रवर्तक टाटा संस आईटी कंपनी में हिस्सेदारी बेचकर 8,200 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। घरेलू संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली से आईटी और प्रौद्योगिकी समेत चुनिंदा काउंटरों पर दबाव रहा। वृहत आर्थिक आंकड़ा बेहतर रहने के बावजूद यह गिरावट दर्ज की गयी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के अनुमान से बेहतर रहने तथा निकट भवष्य में रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में वृद्धि की आशंका कम होने के बावजूद यह गिरावट दर्ज की गई।
वैश्विक स्तर पर मिला- जुला रुख
खुदरा मुद्रास्फीति लगातार दूसरे महीने कम हुई। फरवरी में यह 4.4 प्रतिशत रही जो जनवरी में 5.1 प्रतिशत तथा दिसंबर में 5.2 प्रतिशत थी।
औद्योगिक उत्पादन में जनवरी में 7.5 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि हुई थी। वैश्विक स्तर पर एशिया के अधिकतर शेयर बाजारों में मिला- जुला रुख रहा और यूरोपीय शेयर बाजार शुरूआती कारोबार में मजबूती के साथ खुले। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने शुद्ध आधार पर कल 464.59 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे जबकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 374.65 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
