भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने जर्मनी के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी मेसुत ओजिल का सर्मथन किया है। सानिया मिर्जा ने ओजिल द्वारा उठाए गए नस्लभेद के मुद्दे को लेकर कहा कि ये किसी भी तरह से नहीं अपनाया जा सकता। आपको बता दें कि जर्मनी टीम के अहम खिलाड़ी मेसुत ओजिल ने सोमवार को अपनी टीम मैनेजमेंट पर नस्लभेद करने का आरोप लगाया और फिर नेशनल टीम से संन्यास घोषित कर दिया।
सानिया मिर्जा ने सोमवार को अपने ट्विटर हैंडल पर ओजिल के फेसबुक पोस्ट को शेयर किया। इसके साथ ही सानिया ने लिखा, ‘एक खिलाड़ी के तौर पर ये चीजें सुनना सबसे निराशाजनक होता है। उससे भी ज्यादा एक इंसान के तौर पर ये सुनना दुखदायी है। आपकी (ओजिल) एक बात बिलकुल ठीक है कि Racism (नस्लभेद) किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता चाहे कोई भी परिस्थिति हो। अगर ये सब कुछ सही है तो बेहद दुखद है।’
आपको बता दें कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तायिप एर्डोगन के साथ तस्वीर खिंचवाने को लेकर हो रही आलोचना के बाद मेसुत ओजिल ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने का फैसला लिया। ट्विटर पर सिलसिलेवार बयान में आर्सेनल के इस स्टार ने फुटबॉल को अलविदा कहने का ऐलान किया। ओजिल ने जर्मन फुटबाल महासंघ, उसके अध्यक्ष, जर्मन फुटबॉल प्रशंसकों और मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि तुर्की मूल के लोगों के प्रति उनके बर्ताव में दोहरे मानदंड और नस्लवाद की बू आती है।
एर्डोगन, ओजिल और मैनचेस्टर युनाइटेड के इके गुंडोगन की दो महीने पहले लंदन में हुई मुलाकात के बाद तस्वीर एक वायरल हुई थी, जिससे जर्मनी में हंगामा मच गया। जर्मनी के कुछ राजनेताओं ने ओजिल और गुंडोगन की जर्मनी के प्रति वफादारी पर संदेह जताया था। उन्होंने यह तक कहा था कि विश्व कप के लिये इन्हें टीम में नहीं रखा जाना चाहिये। ओजिल ने कहा,’इस फोटो के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी। मैं अपने पूर्वजों के देश के शीर्ष नेता के प्रति सम्मान व्यक्त कर रहा था।’
हालांकि जर्मनी के फुटबॉल संघ ने नस्लभेद करने वाले आरोपों को नकार दिया है। डीएफबी ने एक बयान में कहा, ‘हमें ओजिल के राष्ट्रीय टीम से जाने का दुख है। हम किसी भी प्रकार से नस्लभेद से नहीं जुड़े हैं, डीएफबी कई वर्षों से जर्मनी में एकीकरण का कार्य कर रहा है।’ आपको बता दें कि जर्मनी की टीम विश्व कप के अपने अंतिम ग्रुप मैच में दक्षिण कोरिया से 0-2 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई थी।