कुशीनगर के पडरौना के बावली चौक के पास एक फार्मासिस्ट ने रविवार की आधी रात के बाद अपने दो मासूम बेटों व पत्नी की चाकू से रेतकर हत्या करने के बाद खुद जहर खाकर अपनी जान दे दी। जबकि उसकी 13 वर्ष की बड़ी बेटी ने छत पर छिपकर किसी तरह अपनी जान बचाई। इस हादसे के बाद शहर में सनसनी फैल गई है।
पडरौना के बगल दांदोपुर निवासी माधव मुरारी सिंह कप्तानगंज में चीफ फार्मासिस्ट था। कुछ महीने पहले उसका कहीं तबादला हो गया था। आसपास के लोगों के अनुसार वह पडरौना के बावली चौक पर मकान बनवाया था। उसका परिवार इसी मकान में रहता था और एक सप्ताह से वह भी यहीं रहता था। कुछ वर्षों से उसका उसकी पत्नी से विवाद चल रहा था, जिसको लेकर मुकदमा भी चल रहा था।
किसी तरह अपनी जान बचाने वाली फार्मासिस्ट की बड़ी बेटी माधुरी सिंह ने बताया कि रात दो बजे के आसपास उसका पिता उसके दोनों भाई 8 वर्ष के विक्रम सिंह व 3 वर्ष के कन्नू सिंह की गला रेतने लगा। वह अपनी मां सुमन सिंह के साथ भागी तो वह उसकी मां की चोटी पकड़कर खींच लिया और उस पर चाकू से वार करने लगा। इस दौरान माधुरी किसी तरह छत पर चढ़कर बगल के छत पर कूदकर अपनी जान बचाई। इसी बीच माधव की हालत भी बिगड़ने लगी। लोग आशंका जता रहे हैं कि उसने पहले ही कोई जहरीला पदार्थ खा लिया था और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
सोमवार की भोर में माधुरी ने इस घटना के बारे में लोगों को बताया तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर एसपी अशोक पांडेय, एएसपी हरिगोविन्द मिश्र, सीओ नीतेश सिंह व कोतवाल विजय राज सिंह सहित भारी फोर्स पहुंच गई। चारों शवों को पोस्टमार्टम के साथ भेजकर पुलिस लड़की माधुरी को अपने साथ लेकर चली गई।