सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाला मुख्य दल तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) आज शुक्रवार को लोकसभा में इस पर चर्चा की शुरुआत करेगा और अध्यक्ष ने उसे बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया है। पार्टी की ओर से जयदेव गल्ला पहले वक्ता होंगे।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को प्रस्ताव पर अपने विचार रखने के लिए 38 मिनट का समय दिया गया है। कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और सदन में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे इस पर बोल सकते हैं।
अन्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस , बीजू जनता दल (बीजद), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को क्रमश : 29 मिनट , 27 मिनट , 15 मिनट और नौ मिनट का समय दिया गया है। सदन में बहुमत वाली सत्तारूढ़ भाजपा को चर्चा में तीन घंटे और 33 मिनट का समय दिया गया है।
टीडीपी के सांसद जे सी दिवाकर रेड्डी ने बुधवार को संसद में भाग नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि जब इस मुद्दे को चर्चा में लाया जाएता तो वे इससे दूर रहेंगे।
सभी विपक्षी पार्टियां अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं कर रही हैं। एआईएडीएमके और तेलंगाना राष्ट्र समिति ने साफ संकेत दिया है कि वह अविश्वास प्रस्ताव में नहीं रहेगा।
आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने सभी सांसदों को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट देने के लिए व्हीप जारी कर चुका है।
शिवसेना ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अपनी तक अपनी स्थिति साफ नहीं की है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से शिवसेना का रुख सरकार के प्रति काफी तल्ख रहे हैं।
18 सांसदों के साथ लोकसभा में पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने पार्टी का फैसला अपने अध्यक्ष नवीन पटनायक पर छोड़ दिया है।