आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को ‘गुरुपूर्णिमा’ मनाई जाती हैं। इस बार ये 27 जुलाई को मनाई जा रही है। इस साल गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है। इस दिन चारों वेदों के व महाभारत के रचियता, संस्कृत के परम विद्वान कृष्ण द्वैपायन व्यास जी का जन्मदिन भी मनाया जाता है। यही वजह है कि इस दिन गुरू की पूजा करने का विधान है।
शास्त्रों में गुरू को विशेष दर्जा दिया गया है। ज्योतिष के अनुसार इस दिन खीर का प्रसाद बनाकर सभी में वितरित करना भी बहुत शुभ होता है। खास तौर पर जिन लोगों का चंद्रमा सही ना हो उनके लिए यह अतिफलदायक है।गुरु पूर्णिमा से सावन का महीना भी शुरू हो जाएगा। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है। यही नहीं इस दिन साबूदाने की खीर बनाकर माता लक्ष्मी को भोग लागना चाहिए।
ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)