दो दशक तक सेवा देने के बाद याहू मैसेंजर की मंगलवार को विदाई हो गई। याहू की ओर से ऐलान कर दिया गया था कि 17 जुलाई का बाद उनका मैसेंजर काम नहीं करेगा।
किसी समय में यह काफी लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफार्म था पर गूगल की लोकप्रियता ने धीरे-धीरे इसको पीछे छोड़ दिया। याहू ने बताया है कि कुछ नए बदलावों के साथ कंपनी अपने नए एप स्क्विरल को याहू मैसेंजर की जगह पेश करने जा रही है। कंपनी का दावा है कि यूजर्स को यह एप काफी पसंद आएगा। कंपनी ने यह भी कहा कि नए एप स्क्विरल को डाउनलोड करने के बाद इस्तेमाल करने वाले लोग याहू मैसेंजर पर पिछले 6 महीने में की गई चैटिंग का बैकअप ले सकते हैं। स्क्विरल एप को की टेस्टिंग पिछले दो महीने से चल रही थी। अब इस एप को सभी के लिए जारी कर दिया गया है।
मुकाबले में खड़ा नहीं रह सका
हाल के दिनों में याहू मैसेंजर को वॉट्सऐप, फेसबुक मेसेंजर, स्नैपचैट जैसे मेसेजिंग प्लैटफॉर्म से चुनौकी मिल रही थी। इस तगड़ी चुनौती का वह कोई बेहतर विकल्प नहीं तैयार कर पाया। इससे पहले एमएसएन मैसेंजर और एओएल मैसेंजर भी बंद हो चुके हैं।
बच्चों दी भावुक विदाई
90 बच्चों के एक समूह ने याहू मैसेंजर के बंद होने पर भावुक होकर विदाई दी है। जिन लोगों ने 1998 से 2000 के दौर में याहू मैसेंजर का इस्तेमाल किया था, वे लोग भी इसके बंद होने के बाद दुख जता रहे हैं।
20 साल पहले शुरू हुआ था
1998 में नौ मार्च को याहू मसैंजर की शुरुआत हुई थी।
12 करोड़ से ज्यादा इस्तेमाल करने वाले हो गए थे एक समय में इस मैसेंजर के
1999 में याहू मैसेंजर की रीब्रांडिंग की गई।
2015 में कंपनी ने इसका नया वर्जन लांच किया।
2016 में याहू का अधिग्रहण अमेरिका की वेरिजॉन नाम की कंपनी ने किया।