उत्तर प्रदेश सरकार नगर निगम और बड़े नगरपालिका में बेहतर प्रबंधन के लिए मैनेजर की तैनाती करने जा रही है। ये मैनेजर निगम की व्यवस्था का बेहतर प्रबंधन करेंगे। योजनाओं पर नजर रखेंगे। आय बढ़ाने के उपाय करेंगे। प्रदेश स्तर से इसके लिए 564 एमबीए डिग्री धारकों की भर्ती होने जा रही है।
शासन स्तर से इस संबंध में नगर निगम को सूचना जारी कर दी गई है। शासन स्तर से ही 564 एमबीए डिग्री धारकों की आउटसोर्सिंग पर भर्ती की कार्रवाई की जाएगी। शासन चाहता है कि नगर निगम और नगरपालिकाओं की स्थिति बेहतर हो। शासन पर निभर्रता कम से कम हो। सरकार की योजनाओं का प्रबंधन बेहतर किया जाए। आय के साधन बढ़ाए जाने पर भी शासन का विशेष जोर है।
इसके लिए शासन स्तर से एमबीए डिग्री धारकों की भर्ती की कार्रवाई जल्द होने जा रही है। नगर निगम को इसके लिए शासन स्तर से सूचना जारी कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है, ताकि एमबीए डिग्रीधारकों की तैनाती के बाद कोई परेशानी न हो। शासन की सूचना पर नगर आयुक्त मनोज कुमार चौहान ने निगम के प्रभारी कार्मिक को कार्रवाई के लिए पत्र जारी कर दिया है।
अमृत योजना में पहले से हैं आईटी आफिसर-
शासन स्तर से नगर निगम में पहले से एक आईटी आफिसर, एक अधिकारी की तैनाती है। इन दोनों अधिकारियों को अमृत योजना के सुधारात्मक कार्यों पर नजर रखने का दायित्व है। निगम में स्वच्छ भारत मिशन, अमृत योजना सहित केन्द्र की कई योजनाओं पर काम चल रहा है।
शासन स्तर से हो रही व्यवस्था-
नगर निगमों में एमबीए डिग्री धारकों की व्यवस्था शासन स्तर से हो रही है। उम्मीद है कि मेरठ नगर निगम में दो, तीन मैनेजरों की तैनाती होगी, ताकि बेहतर प्रबंधन हो सके – मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त।