मोबाइल चोरी करने के बाद गिरोह का सरगना उनके आईएमईआई (अन्तर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान) कोड बदल देता था। जिससे लाख जतन करने के बाद भी पुलिस मोबाइल की लोकेशन नहीं जान पाती थी। गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से चोरी के पांच मोबाइल बरामद हुए है। सरगना व उसके साथी सभासद की तलाश जारी है। पुलिस का दावा है कि 10 दिन पहले शहर कोतवाली की सिटी पुलिस चौकी के बगल में मोबाइल की दुकान पर हुई चोरी इसी गिरोह ने अंजाम दी थी। शहर कोतवाली की सिटी पुलिस चौकी ने यह खुलासा किया है।
गाजियाबाद के निवासी हैं शातिर चोर-
गत दिनों में सिटी पुलिस चौकी के ठीक बगल में पुलिस को चुनौती देते हुए चोरों ने मोबाइल की दुकान का शटर तोड़कर लाखों के मोबाइल आदि ले उड़े थे। इस घटना की छानबीन कर रही पुलिस को कुछ सुराग मिले तो पुलिस गाजियाबाद पहुंच गई। पुलिस ने वहां से तीन युवकों को धर दबोचा और उनके पास से चोरी के पांच मोबाइल भी बरामद कर लिए। पकड़े गए युवकों में शादाब व आमिर निवासी कस्बा दासना, थाना मंसूरी जिला गाजियाबाद व समीर निवासी रोहन इन्कलेव थाना मंसूरी जिला गाजियाबाद शामिल हैं।
गाजियाबाद के सभासद व गिरोह के सरगना की तलाश-
सिटी चौकी इन्चार्ज प्रदीप यादव ने बताया कि पकड़े गए युवकों से पूछताछ की गई है। उन्होंने बताया कि इस गिरोह का सरगना नदीम है जो गाजियाबाद का ही निवासी है। जबकि गिरोह में वहीं के एक सभासद का नाम भी सामने आया है। दोनों की तलाश जारी है। यादव ने बताया कि नदीम चोरी के बाद मोबाइल का आईएमईआई कोड बदलने का मास्टर माइंड है जिसकी पुष्टि हो चुकी है।