5,300 वर्ष पुराने ओट्जी आइसमैन ने आखिरी बार उच्च बसा युक्त भोजन किया था। वैज्ञानिकों ने यह दावा आइसमैन की पेट सामग्री का गहन अध्ययन करने के बाद किया है। इस अध्ययन से प्राचीन आहार संबधी आदतों के बारें में भी जानकारी मिली है।
स्वाभाविक रूप से संरक्षित सबसे पुरानी मम्मी ओट्जी वर्ष 1991 में पूर्वी इतालवी आल्प्स में जर्मन पर्यटकों द्वारा खोजी गई थी। ‘द जर्नल करेंट बॉयालोजी’में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, सूक्ष्मदर्शी व मल्टी ओमिक्स के जरिये आइसमैन के आखिरी भोजन का अध्ययन किया, जिससे पता चला कि पेट की सामग्री का आधा हिस्सा चर्बीदार वसा वाला था। उसके आखिरी बार उच्च वसा युक्त भोजन किया था, जिसमें आईबेक्स, हिरण का मांस, इंकॉर्न अनाज और विषाक्त ब्रैकन (बड़े फर्न का एक जीनस) आदि खाने की जानकारी हुई है।
अत्यधिक ठंड में जीना चुनौतीपूर्ण :-
इटली के बोल्जानो में ‘यूरैक रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर मम्मी एंड आइसमैन स्टडीज’ के अल्बर्ट जिंक ने कहा कि बहुत ठंडा वातावरण मानव शरीर विज्ञान के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में संभव है कि उच्च वसा वाले आहार ने ओट्जी को उच्च ऊंचाई पर जीवित रहने के लिए आवश्यक ऊर्जा दी। अध्ययन में आइसमैन की आंतों की सामग्री में मौजूद मूल आंत जीवाणु समुदाय के निशान भी मिल हैं।
पेट की पहचान मुश्किल से हुई :-
शोधकर्ताओं ने बताया कि मम्मीफिकेशन प्रक्रिया के कारण, ओट्जी का पेट बढ़ गया था, जिससे वैज्ञानिक आइसमैन के पेट की पहचान करने में असमर्थ थे। वर्ष 2009 में उनके पेट को सीटी स्कैन की पुन: जांच के दौरान देखा गया था। इसके बाद इसकी सामग्री का विश्लेषण करने का प्रयास शुरू किया गया था।