मध्य प्रदेश में दुष्कर्म के दोषियों के खिलाफ सरकार के सख्त होने के बाद अन्य राज्यों की सरकार ने भी इस ओर कड़े कदम उठाने का फैसला किया है। उत्तराखंड और हरियाणा दोनों राज्यों की सरकार ने दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के क्रम में अपनी योजना तैयार कर ली है। उत्तराखंड में सीएम त्रिवेंद्र रावत ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर प्रावधान बनाने की बात कही है। वहीं हरियाणा की खट्टर सरकार ने दुष्कर्म की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए आरोपी की सरकारी सुविधाओं पर रोक लगाने के साथ और भी कई पाबंदियों की घोषणा की है।
दुष्कर्मियों के खिलाफ फांसी का कानून बनाने की तैयारी में उत्तराखंड सरकार
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज कहा कि राज्य सरकार नाबालिग बालिकाओं के साथ बलात्कार करने वालों को फांसी की सजा के प्रावधान वाला कानून बनायेगी और इसके लिए विधानसभा के अगले सत्र में विधेयक लाया जायेगा।
उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार बच्चियों के प्रति बढ़ रहे अपराधों से चिंतित है और इसके लिये सख्त कानून की ज़रुरत है। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार नाबालिग बच्चियों से बलात्कार करने वालो को फ़ांसी की सज़ा दिलाएगी। इसके लिये जल्द क़ानून बनाने की तैयारी की जा रही है जिससे ऐसी घटनाये रोकने में कामयाबी मिलेगी।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाबालिग बालिकाओं से बलात्कार के दोषियों के लिए फांसी देने का कानून बनाने के लिए विधानसभा के अगले सत्र में विधेयक लाया जायेगा। रावत ने कार्यकर्ताओ से मिशन 2019 की कामयाबी के लिये अभी से बूथ स्तर पर संगठन को मज़बूत करने तथा केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रचारित करने और लोगों तक पहुंचाने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने के अपने वादे पर खरी उतरी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से राज्य के किसानों को ख़ुशहाल और उनकी आय बढ़ाने की लिये बनायी गयी योजनाओं को भी उन तक पहुंचाने को कहा। कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के तीन सौ पचास सीट जीतने के नारे को उन्हें साकार करना है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने कार्यकर्ताओं को संगठन को मज़बूत करने के लिए काम करने का निर्देश देते हुए कहा कि आने वाला समय भाजपा का है जिसमें सभी कार्यकर्ताओं की सहभागिता ज़रूरी है। भाजपा कार्यकारिणी की इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा,राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश,प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा,राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
हरियाणा में पहली बार लिया गया दुष्कर्मियों के खिलाफ ऐसा फैसला
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तिकरण के लिए 10 नई घोषणाएं की हैं। दुष्कर्म या छेड़छाड़ के आरोपी पर मुकदमा चलने तक उसकी सभी राजकीय सुविधाएं निलम्बित की जाएंगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को पंचकूला में ‘महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण’ विषय पर आयोजित एक और सुधार कार्यक्रम घोषणा करते हुए कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध रोकने का हमारा इरादा तय है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति माता-बहन पर उंगली उठाएगा तो इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महिला यदि महिला के खिलाफ अपराध करेगी तो उसे भी बख्शा नहीं जाएगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि दुष्कर्म पीड़िता को निजी वकील की सुविधा प्रदान की जाएगी, रेप केस की एक महीने में जांच होगी, 6 नए फास्ट ट्रैक कोर्ट खोले जाएंगे, महिला गवाह को अगली तारीख नहीं दी जाएगी, दिन में विशेष पैट्रोलिंग होगी, कन्या स्कूलों में वुमैन सेल्फ डिफेंस इंस्ट्रक्टर की नियुक्ति की जाएगी, छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना शुरू, महिला संस्थानों के आसपास रात्रि में गश्त बढ़ाई जाएगी।
प्रदेश में दुष्कर्म या छेड़छाड़ का जो भी आरोपी होगा उसके केस का निर्णय होने तक राज्य सरकार से उसे राशन के अलावा मिल रही सारी सुविधाएं जैसे कि बुढ़ापा या विकलांगता पेंशन, वजीफा, ड्राइविंग और आर्म लाइसैंस इत्यादि निलम्बित रखी जाएंगी और अगर सजा होगी तो उसकी इन सुविधाओं की पात्रता समाप्त कर दी जाएगी और यदि वह निर्दोष पाया जाता है तो उसको केस बंद होने की तिथि से सभी सुविधाएं का लाभ दिया जाएगा।
‘मेरी सुरक्षा-मेरी जिम्मेवारी’
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर ‘दूर्गा शक्ति’ एप का शुभारंभ किया। उन्होंने स्कूली बच्चों को सुरक्षा के संबंध में जानकारी देने के लिए तैयार किए गए विषय ‘मेरी सुरक्षा-मेरी जिम्मेवारी’ को भी लॉन्च किया, जो स्कूल में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने दूर्गा शक्ति वाहिनी फ्लीट को झंडी दिखा कर रवाना किया।
चार सशक्त महिलाएं सम्मानित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए चार सशक्त महिलाओं को सम्मानित भी किया। इनमें सिरसा के मयानाखेड़ा गांव की महिला बस ड्राइवर पंकज चौधरी, फरीदाबाद के धौंच गांव की पंच नजमा खान, झज्जर के बहारा गांव की कविता शर्मा, महेंद्रगढ़ जिले की मंजु कौशिक शामिल हैं।