डॉ. हाथी ने मानी होती ये सलाह तो आज वो जिंदा होते

डॉ. हाथी ने मानी होती ये सलाह तो आज वो जिंदा होते

सब टीवी पर आने वाले शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में डॉ. हंसराज हाथी का किरदार निभाने वाले कवि कुमार आजाद सोमवार को इस दुनिया को अलविदा कह गए। टीवी इंडस्ट्री कवि के यूं अचानक चले जाने से सदमे में है। डॉ. हाथी का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ था। लेकिन उनकी मौत के दो दिन बाद डॉक्टर ने इस बात का खुलासा किया, अगर उन्होंने डॉक्टर की बात मान ली होती, तो आज वो हम सब के बीच जिंदा होते। डॉक्टर ने बताया कि उनकी मौत का कारण उनका बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल और बहुत बढ़ा हुआ वजन था।

उन्हें डॉक्टर ने बैरिएट्रिक सर्जरी कराने की सलाह दी थी। लेकिन बेरोजगार होने के डर से वो अपना वजन कम नहीं करना चाहते थे। दरअसल, 8 साल पहले उनकी बैरिएट्रिक सर्जरी करने वाले डॉ मुफी ने एक न्यूज पोर्टल स्पॉटबॉय को बताया कि, ‘कवि कुमार 8 साल पहले मेरे पास बिल्कुल म-त हालात में आए थे। उस समय उनका वजन 265 किलो था। मैंने उन्हें कई बार सर्जरी की सलाह दी थी, लेकिन काम न मिलने के डर से वो सर्जरी नहीं करा रहे थे। वजन के कारण उनसे चला भी नहीं जा रहा था। उनकी हालत काफी खराब थी। उन्हें 10 दिन तक वेंटीलेटर पर रखना पड़ा। इससे उन्हें हटाया नहीं जा सकता था, क्योंकि इसके बिना वो सांस भी नहीं ले पा रहे थे।’

डॉ. मुफी ने बताया कि कुछ दिन बाद वो ठीक हो गए और उन्होंने सर्जरी करवा के 140 किलो वजन कम किया। इसके बाद वो ठीक हो गए। सेट पर जाने लगे और नॉर्मल लाइफ जीने लगे। इसके बाद उन्हें दूसरी बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह दी गई। लेकिन वो इसके लिए राजी नहीं हुए। सर्जरी के बाद उनका वजन 90 किलो हो जाता। लेकिन बेरोजगारी के डर से उन्होंने इस बार मना कर दिया। पहले से उनका वजन 20 किलो और बढ़ गया था। उनका वजन 160 किलो था। अगर वो ये सर्जरी दोबारा करवा लेते तो आज वो जिंदा होते।

डॉ. हाथी के यूं अचानक दुनिया को अलविदा कहने का दुख उनके फैंस और टीवी इंडस्ट्री सभी को है।

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